बीते हफ्ते शिवपुरी जिले की करैरा नरवर तहसील बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुई है ।पानी उतरते ही ग्रामीण इलाकों में जहाँ एक ओर राहत और पुनर्वास कार्यों की युध्दस्तर पर दरकार है, वही दूसरी ओर रेत से लबालब नदी तटों को देख रेत माफियाओं की बांछे खिली हुई हैं।
शिवपुरी जिले के करैरा एवम नरवर तहसील के अनेक गाँवो में धड़ल्ले से चल रहा रेत उत्खनन का अवैध कारोबार इन दिनों अपने चरम पर है।तहसील करैरा के महुअर नदी किनारे बसे गाँवो में दर्जनों ट्रेक्टर रेत का उत्खनन करते हुऐ देखे जा सकते है।
ग्राम सिलरा,जुझाई सहित कस्बा करैरा के गणेश मंदिर स्तिथ महुअर नदी तट पर ट्रैक्टरों के द्वारा रेत का उत्खनन कर उसे सुरक्षित स्थानों पर संग्रहित किया जा रहा है। ये स्तिथि तब है जब मध्यप्रदेश शासन द्वारा वर्षाकाल में रेत उत्खनन प्रतिबंधित किया गया है।
ऐसा नही है कि स्थानीय प्रशासन को वन विभाग को इस उत्खनन की भनक न हो पर प्रति ट्रेक्टर के हिसाब से मिलने वाली चाँदी से प्रशासन की आँखों चौंधियाई हुई हैं।
प्रस्तुत वीडियो क्लिप ग्राम सिलरा से रिकॉर्ड की गई है।