कोरोना महामारी के चलते देशभर में लॉकडाउन लगाया गया था जिससे परिवहन व्यवस्था पर काफी असर पड़ा है। परिवहन निगम की बसों का संचालन प्रभावित हुआ है जिससे उसकी आर्थिक स्थिति बुरी तरह डगमगा गई है। इससे निपटने के लिए अब निगम की नजरें अंतरराज्यीय परिवहन सेवाएं शुरू होने पर लगी हैं।
बता दें, हालात यहां तक आ गए हैं कि कर्मचारियों को मई से वेतन नहीं दिया गया है। पहले निगम की प्रतिदिन आय 1.70 करोड़ रुपये तक थी, जो अब घटकर 17-18 लाख तक ही सिमट कर रह गई है। इस समय निगम की 250 बसें विभिन्न जनपदों के लिए संचालित हो रही हैं। इनसे होनी वाली आय बहुत कम है।
इन हालातों में निगम की नजरें अब सरकार पर टिकी हुई हैं। सरकार यदि अंतरराज्यीय बस सेवाओं के संचालन को छूट देती है तो ही निगम की आय में थोड़ी और वृद्धि हो सकती है। परिवहन निगम के महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन का कहना है कि निगम की बसों का संचालन बहुत कम हुआ है इसलिए कर्मियों को वेतन देने में दिक्कतें आ रही हैं। जब अंतरराज्यीय बसों का संचालन शुरू होगा, तभी निगम कर्मियों को कुछ राहत मिल सकेगी।