भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज पुण्यतिथि है. आज पूरे देश ने अपने प्रिय नेता को उनकी पुण्यतिथि पर याद किया तथा श्रद्धांजलि समर्पित की. अटल बिहारी वाजपेयी का निधन 16 अगस्त 2018 को हुआ था. अटल जी एक ऐसे राजनेता थे, जिन्हें भारतीय राजनीति का अजातशत्रु कहा जाता था. आज अटल जी हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके कुछ ऐसे किस्से हैं जो आज भी लोगों के बीच चर्चा का विषय होते हैं तथा आगे भो होते रहेंगे, लोग अटल जी से
अटल जी के बारे मैं कहा जाता है की 1971 के युद्ध के अटल जी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को दुर्गा कहा था. आज भी ये बात कही जाती है लेकिन एक टीवी चैनल में इंटरव्यू के दौरान अटल जी ने इस बात को खारिज कर दिया तथा कहा था की मैंने इंदिरा गांधी को कभी दुर्गा नहीं कहा. अटल जी ने कहा था कि 'मै भी उन लोगों मे शामिल था जिंहोने इंदिरा जी के बांग्लादेश के मामले मे सफल नेतृत्व के लिए उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा की थी किंतु यह धारणा गलत है कि मैने किसी वक्त उन्हें 'दुर्गा' कहा था. मैने उनकी तारीफ जरूर की थी पर उन्हे 'दुर्गा' नहीं कहा था.
अटल जी ने कहा था कि इस तथ्य को मै कई बार स्पष्ट कर चुका हूँ किंतु प्रचलित धारणा इतनी बद्धमूल है कि अभी भी लोग इस बात के लिए मेरी प्रशंसा करते हैं कि मैने संकट काल मे सारे राजनीतिक मतभेदों को ताक पर रखकर सरकार को पूर्ण सहयोग दिया था और इंदिरा जी को 'दुर्गा' के रूप मे वर्णित किया था. जब श्रीमती पुपुल जयकर इंदिरा जी की जीवनी लिख रही थी तो वह उसमें इस बात का उल्लेख करना चाहती थीं किंतु मेरे मना करने पर उन्होंने उल्लेख तो नहीं किया पर इस बात की गहरी छानबीन जरूर की कि मैने इंदिरा जी को 'दुर्गा' कहा था या नही.
अटल जी ने कहा था कि संसद की कार्यवाही और उस समय के समाचार पत्रों को देखने के पश्चात उन्हें यह विश्वास हो गया कि था कि मैने ऐसा कुछ नहीं कहा था. प्रश्न यह है कि यह समाचार फिर फैला कैसे ? मुझे लगता है कि उस समय किसी और नेता ने इंदिरा जी को 'दुर्गा' के रूप मे वर्णित किया था और कुछ पत्रों ने उनके कथन को मेरे नाम से छाप दिया. ये वास्तविकता है उस दुष्प्रचार की जिसके बारे में कहा जाता है कि अटल जी ने इंदिरा गांधी को दुर्गा कहा था. आज अटल जी की पुण्यतिथि पर सुदर्शन परिवार उन्हें नमन वंदन करते हुए श्रद्धांजलि समर्पित करता है.