सुदर्शन न्यूज़ के तमाम सफल अभियानों की श्रृंखला में एक और बड़ी उपलब्धि उस समय जुड़ गई जब भारत सरकार ने हलाल शब्द पर कुठाराघात किया. हलाल शब्द के साथ इस पूरे नेटवर्क को बेनकाब करते हुए सुरेश चव्हाणके जी ने बिंदास बोल के माध्यम से पूरे देश को सतर्क और सावधान करते हुए इसका पूरा चिट्ठा खोल दिया था.
बिंदास बोल के माध्यम से सुदर्शन न्यूज़ द्वारा उठाई गई आवाज पहले जनमानस तक पहुची और जनता के रुझान को भांपते हुए सरकार ने भी इस पर अध्ययन किया. उसी अध्ययन के बाद आख़िरकार सुदर्शन न्यूज़ के एक एक दावे सच पाए गये और अब हलाल शब्द कर सरकार ने लिया है एक बड़ा फैसला..
मीडिया रिपोर्ट्स से मिल रही जानकारी के अनुसार केंद्र की मोदी सरकार ने एक ही झटके में इस्लामिक कट्टरपंथियों को करारा जवाब देते हुए ‘हलाल’ शब्द को हटा दिया है। APEDA यानी ‘कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (Agricultural and Processed Food Products Export Development Authority)’ ने अपने रेड मीट मैनुअल में से हलाल शब्द को ही हटा दिया है इसके बिना ही दिशा निर्देश जारी किए हैं।
प्रसिद्ध लेखक हरिंदर एस सिक्का समेत कई लोगों ने इस संदर्भ में सोशल मीडिया में इसको लेकर जानकारी साझा की है. हरिंदर एस सिक्का ने सरकार के इस कदम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पीयूष गोयल को धन्यवाद दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर लिखा है कि सरकार का यह कदम एक देश, एक नियम के तहत लिया गया फैसला है.
यहाँ ये गौर करने योग्य है कि APEDA के रेड मीट मैन्युअल के कारण मीट व्यापार में धार्मिक भेदभाव होता था। हलाल प्रक्रिया का पालन करने के कारण हिंदू नाम के बिजनेसमैन चाह कर भी इसमें आगे नहीं बढ़ पाते थे। हलाल सर्टिफिकेशन की आड़ में भी उनका शोषण होता था। रोजगार में गैर-मुस्लिमों के साथ भेदभाव होता था।
देश का एक बड़ा जनमानस सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान सम्पादक सुरेश चव्हाणके जी को इस उपलब्धि के लिए धन्यवाद दे रहा. देखिये सुरेश चव्हाणके जी द्वारा किया गया वो पूरा शो जिसमे उन्होंने बेनकाब कर दिया था हलाल के सर्टिफिकेट सिस्टम को..