वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) आज यानी शनिवार को शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी. वित्त मंत्री प्रेस कॉन्फ्रेस कर आज 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के चौथी किस्त की विस्तृत जानकारी देंगी. इसके पहले वह राहत पैकेज के तीन चरणों का ऐलान कर चुकी हैं.
देश में जारी कोरोना संकट के बीच मुश्किल में आई अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए भारत सरकार ने 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज इस पैकेज की चौथी किस्त की जानकारी दे रही हैं. यह लगातार चौथा दिन है जब निर्मला सीतारमण मीडिया से मुखातिब हो रही हैं. दरअसल, बीते बुधवार से निर्मला सीतारमण लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज की जानकारी दे रही हैं. हर दिन किसी न किसी सेक्टर के लिए कुछ खास ऐलान किए जा रहे हैं.
- हमने औद्योगिक बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करना का फैसला किया है... 2020-21 में सभी इंडस्ट्रियल पार्कों को रैंक किया जाएगा....
- आत्मनिर्भरता से मजबूत होगा भारत, देश की आर्थिक तरक्की के आत्मनिर्भर बनना अहम होगा.
- ज्यादा उत्पाद और रोजगार की योजना, व्यापार बढ़ाने के लिए ढांचागत सुधार किया जाएगा
- उत्पादों की विश्वसनीय बनाना जरूरी, भारत में निवेश का इस वक्त अच्छा माहौल है.
- सरकार ने भारत को अधिक आत्मनिर्भर बनाने के लिए तेजी से निवेश के लिए नीतिगत सुधार शुरू किए हैं
- कई क्षेत्रों में सुधार की जरूरत
- वैश्विक चुनौतियों का सामना करना होगा और मुकाबले के लिए तैयार रहना होगा
- पीएम ने आत्मनिर्भर भारत की बात की, बिजनेस आसान करने के लिए कदम उठाए
- पैकेज से जुड़े ज्यादातर ऐलान हो चुके
- वित्त मंत्री ने कहा - आज हम भारतीय अर्थव्यवस्था में संरचनात्मक सुधारों पर ध्यान देंगे
पहले दो दिनों में क्या किए ऐलान-
वित्त मंत्री ने पहले दिन मध्यम, लघु और सूक्ष्म उद्योगों के लिए ऐलान किया था. राहत पैकेज में मोदी सरकार ने गैर-वित्तीय कंपनियों के लिए भी लिक्विडिटी की घोषणा की है. जबकि दूसरे दिन के ऐलान में वित्त मंत्री ने प्रवासी मजदूरों को दो महीने तक मुफ्त में अनाज से लेकर छोटे और सीमांत किसानों के लिए कई बड़े ऐलान किए. इसके अलावा वन नेशन वन राशन कार्ड समेत अन्य कईबड़े ऐलान शामिल हैं.
आपको बता दें कि कोरोना वायरस के चलते देश की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पीएम मोदी (PM Modi) ने 20 लाख करोड़ रुपए के राहत पैकेज का ऐलान किया है. यह राहत पैकेज भारत की जीडीपी (GDP) का 10 फीसद है.