उत्तराखंड के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत को PMLA के तहत ईडी ने समन भेजा है. जिसके बाद उनकी मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है. बता दें कि वन विभाग की जमीन कर अवैध कब्जे और पेड़ काटने के मामले में ED ने PMLA के तहत ईडी ने हरक सिंह को समन जारी किया है और 29 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है.
इसके साथ ही हरक सिंह रावत की बहू को भी ईडी ने समन किया है. बहू से 7 मार्च को पूछताछ की जाएगी. बता दें बीते दिनों पहले ईडी की टीम ने हरक सिंह रावत के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी जो कई घंटो तक चली थी.
उस वक्त बताया गया की टीम अपने साथ अलमारी खोलने के लिए कुछ विशेषज्ञों को लेकर भी पहुंची थी. बता दें कि उत्तराखंड के पूर्व मंत्री पर दर्ज ये मामला तब का है जब वो राज्य में वन मंत्री थे.
उत्तराखंड के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में अवैध निर्माण के मामले में फंसे हैं. पिछले साल अगस्त में विजिलेंस विभाग ने भी उनके खिलाफ कार्रवाई की थी.
आपको बता दें कि हरक सिंह रावत कांग्रेस से पहले बीजेपी में थे. 2022 में पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से उनको बीजेपी से निकाल दिया गया था. पिछले विधानसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
2022 विधानसभा चुनाव से पहले हरक सिंह रावत के साथ उनकी बहू अनुकृति गोसाईं भी कांग्रेस में शामिल हुई थी. उन्होंने कांग्रेस के लिए चुनावों में स्टार प्रचारक के रूप में काम किया. वर्ष 1991 में हरक सिंह रावत सबसे कम उम्र के मंत्री बने.