आर्यन खान ड्रग्स केस में बहुचर्चित आईपीएस अधिकारी समीर वानखेड़े ने जो साहस तथा हिम्मत का परिचय दिया है वह काबिले तारीफ है। लेकिन कुछ राजनेता जो उनकी इस कदम को गलत बता रहे हैं या यूँ कहें तो उनके ऊपर ही आरोप लगा रहे है। इसी तरह के विवादों को लेकर सामने आए महराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने न सिर्फ समीर वानखेड़े पर आरोप लगाया बल्कि उनके मान को छती पहुँचाने का काम किया। अब उनके ऊपर समीर वानखेड़े के पिता ने मानहानि का केस ठोक दिया है।
आपको बता दें दायर केस में समीर वानखेड़े के पिता ने नवाब मलिक पर चरित्र और प्रतिष्ठा को क्षति पहुंचाने का आरोप लगाया है। वहीं समीर वानखेड़े के वकील अर्शद शेख ने इस मामले पर जवाब देते हुए कहा कि नवाब मलिक, वानखेड़े के परिवार पर रोजाना झूठे आरोप लगा रहे हैं। मलिक उनके परिवार को फ्रॉड कह रहे हैं और उनके धर्म पर सवाल उठाते हुए कह रहे हैं कि वे हिंदू नहीं हैं। इतना ही नहीं मलिक उनकी बेटी यास्मीन के करियर को भी बर्बाद कर रहे हैं, जो एक क्रिमनल लॉयर हैं। वानखेड़े के वकील ने कहा कि मलिक ने वानखेड़े के परिवार के सदस्यों के नाम, चरित्र, प्रतिष्ठा और सामाजिक छवि को धूमिल करने की कोशिश में लगे हैं।
वानखेड़े के वकील के अनुसार मानहानि केस में यह बताया गया है कि मलिक ने पूर्वाग्रह से प्रेरित होकर समीर वानखेड़े के परिवार के सदस्यों के नाम, चरित्र, प्रतिष्ठा और सामाजिक छवि को नुकसान पहुंचाया है। वानखेड़े के पिता ध्यानदेव की मांग है कि मलिक, उनकी पार्टी के नेताओं और अन्य सभी को उनके और उनके परिवार के खिलाफ मीडिया में कुछ भी आपत्तिजनक, मानहानिकारक सामग्री लिखने, बोलने या प्रकाशित करने पर रोक लगाई जाए।
ध्यानदेव ने हाईकोर्ट से अपील करते हुए कहा है कि मलिक के बयान और आरोप चाहे लिखित हो या मौखिक दोनों ने उनकी और उनके परिवार की छवि को नुकसान पहुंचाया है। इस तरह से लगाए गए आरोप प्रकृति में अत्याचारी और मानहानिकारक हैं। इसके अलावा ध्यानदेव ने हाईकोर्ट से अपील करते हुए कहा कि नवाब मलिक के इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया में दिए गए सभी बयान जल्द से जल्द हटाए जाएं।