28 जुलाई से शुरु हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन रहा है। लेकिन अब जो खबर है उससे सभी देशवासी निराश हैं। जिसका कारण यह है कि भारतीय महिला हॉकी टीम का कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में गोल्ड जीतने का सपना ऑस्ट्रेलिया ने चकनाचूर कर दिया। पेनल्टी शूटआउट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 3-0 से हराया। हालांकि इस हार के बाद ऑस्ट्रेलिया पर लोग बेईमानी का आरोप लगाने लगे हैं।
फैंस इस जीत को दिनदहाड़े चोरी बता रहे हैं। दरअसल स्कोर बराबर होने के बाद दोनों टीमों के बीच पेनल्टी शूटआउट खेला गया। जिसमें आस्ट्रेलिया ने भारत के साथ चीटिंग की। और स्वर्ण पदक की आस को चकना चूर कर दिया।
आपको बता दें, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पेनल्टी शूटआउट हुआ जहां ऑस्ट्रेलिया की टीम पहले पेनल्टी स्ट्रोक पर चूक गई थी। भारतीय कप्तान सविता ने शानदार बचाव किया था, मगर अधिकारियों ने ऑस्ट्रेलिया को फिर से पहला स्ट्रोक दिया, क्योंकि टाइमर अभी तक शुरू नहीं हुआ था।
इसके बाद दूसरा मौका मिलने पर ऑस्ट्रेलिया ने गोल दाग दिया। इसके बाद दो और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने गोल दाग दिया, जबकि भारत की तरफ से नेहा, नवनीत कौर और लालरेम्सियामी गोल करने से चूक गईं। जिसका फायदा उठाकर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने जीत हासिल की।
जिसके बाद से भारतीय टीम इससे परेशान हो गई थी। यहां तक कि भारतीय कोच ने इस घटना के बारे में कहा कि मुझे समझ नहीं आया। ऑस्ट्रेलिया शिकायत नहीं कर रहा था।
वहीं फैंस ने भी इस ड्रामा पर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं और इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन पर भारत से गोल्ड चुराने और बड़े स्तर पर इन मानकों के जरिए भारत को फाइनल से दूर करने का आरोप लगाया। फैंस ने कहा कि इतने बड़े इवेंट में ऐसी गलती कैसे हो सकती है।
गौरतलब है कि ये कोई पहली बार नहीं हुआ है एक बार पहले भी भारतीय टीम इस तरह तरह की बेईमानी को भोगतना पड़ा है। बता दें 2020 टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम कांस्य पदक के मैच में जर्मनी के सामने थी। मैच रोमांचक मोड़ पर था और भारत ने जर्मनी पर 5-4 की बढ़त बना ली थी। और फिर क्या हुआ मैच में आखिरी समय में टाइमर रुक गया, फिर कुछ देर बाद खुद चालू हो गया था। इसका फायदा जर्मनी को मिला था और उन्हें ज्यादा समय मिल गया था। छह सेकेंड रहते जर्मनी को पेनल्टी कॉर्नर मिला था।
जहां सभी भारतीय में आक्रोश का माहौल बना हुआ है, भारतीय फैन्स का कहना है कि सिर्फ भारत के ही मैचों में ही ऐसी लापरवाही क्यों होती है।