वो समय तो सभी को याद होगा जब कांग्रेस पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी ने खुद को जनेऊधारी ब्राह्मण बताया था. इसके साथ ही राहुल गांधी ने काफी मंदिर मंदिर दौड़ भी की थी. इसके अलावा उनकी बहन तथा कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा भी लगातार मंदिर मंदिर जाती रही हैं. हाल ही में राहुल गांधी व प्रियंका वाड्रा ने राम मंदिर निर्माण में घोटाले के आरोप भी लगाए हैं तथा प्रभु श्रीराम को धर्म व न्याय का प्रतीक भी बताया है.
लेकिन ये कांग्रेस का दूसरा चेहरा है. एकतरफ राहुल गांधी खुद को जनेऊधारी ब्राह्मण बता रहे हैं, प्रियंका वाड्रा भी मंदिर मंदिर जा रही हैं लेकिन उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को हटाने तथा अपनी सरकार बनाने कांग्रेस ने मदरसा मदरसा जाने का प्लान बनाया है. खबर के मुताबिक़, अपने बेस वोटर रहे मुस्लिम तबके के बीच पैठ बनाने के लिए कांग्रेस ने अब मदरसों पर टारगेट करना शुरू किया है. इसके लिए यूपी के 2 लाख मदरसों में पढ़ रहे बच्चों के जरिये कांग्रेस उनके परिवारों तक पैठ बनाने जा रही है.
प्राप्त हुई जानकारी के मुताबिक़, उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग को इस काम का जिम्मा सौंपा गया है. दरअसल 90 के दशक में मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी के उदय के बाद से मुस्लिम तबके का कांग्रेस से मोहभंग हो गया था और तब से लेकर अब तक कांग्रेस यूपी में उभर नहीं पाई है. अब कांग्रेस पार्टी ने समाजवादी पार्टी से अपने मुस्लिम जनाधार को वापस लाने की रणनीति तैयार कर ली है. कांग्रेस ने 5 सूत्रीय फार्मूला तैयार किया है, जिसकी शुरुआत मदरसों से की जाएगी.
कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश के गांवों से लेकर शहर तक के मोहल्लों में चल रहे दो लाख मदरसों की लिस्ट तैयार की गई है. पार्टी कार्यकर्ता इन मदरसों में जाकर उलेमाओं के साथ बैठक करेंगे और मदरसों के छात्र-छात्राओं को कांग्रेस की नीतियों और चुनावी एजेंडे की जानकारी देंगे. मदरसों के छात्र-छात्राओं के जरिये उनके परिवार तक पैठ बनाई जाएगी. कोरोनाकाल में जिन मुसलमानों को दिक्कतें हुई हैं कांग्रेस ने उनकी मदद की भी योजना तैयार की है. कांग्रेस सोशल मीडिया पर स्पीकअप माईनॉरिटी’ कैंपन चला रही है, जिसमें मुस्लिमों के एसपी बीएसपी द्वारा किये जा रहे राजनैतिक इस्तेमाल के बारे में आगाह किया जा रहा है.