उत्तराखंड में आज बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक की गई। इस बैठक में बीजेपी कार्यकर्ताओं की अधिकारियों को लेकर की गई शिकायत पर चर्चा की गई और पांच सदस्यों की कमेटी बनाने का फैसला लिया गया। साथ ही इस दौरान महेश नेगी के मामले पर भी बात की गई।
दरअसल, उत्तराखंड में बीजेपी सरकार बनने के बाद से ही बीजेपी कार्यकर्ताओं कि शिकायत थी कि स्थानीय अधिकारी उनकी नहीं सुनते है। इतना ही नहीं, इस बात को बीजेपी कार्यकर्ता लगातार पार्टी फोरम पर उठा रहे थे और कई बार मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के कार्यक्रम में भी शिकायत कर चुके थे। बैठक में उनकी इस परेशानी को सुलझाने के लिए फैसला लिया गया कि सभी जिलों में बीजेपी जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में 5 सदस्य कमेटी बनाई जाएगी, जो जिले के अधिकारियो से बीजेपी के कार्यकर्ताओं की समस्या के लिए बात कराएंगे।
बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी इस बात को साफ किया है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं को पूरा सम्मान दिया जाएगा और उनकी जो समस्या है उसको दूर किया जाएगा और जो अधिकारी इस कमेटी के कहने के बाद भी काम नहीं करेगा या लोगो की समस्या को नहीं सुनेगा उसके बाद उस मामले को प्रदेश सरकार के स्तर पर देखा जाएगा।
वहीं, इस बैठक में महेश नेगी के मामले में भी बैठक में चर्चा हुई और कहा गया कि विधायक को पुलिस का जांच में सहयोग करना होगा और अगर वह सही है तो कानूनन तौर पर उनकी पूरी मदद की जाएगी।