उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज है। उत्तर प्रदेश की राजनीती में सबसे प्रमुख तथा चर्चित चेहरे में से एक योगी आदित्यनाथ कहाँ से चुनाव लड़ेंगे यह सवाल अभी सबके मन में है। योगी आदित्यनाथ किस सीट से दम भरेंगे यह उत्तर प्रदेश में अभी सबसे बड़े संसय का विषय बना हुआ है। लेकिन आपको बता दें योगी आदित्यनाथ धर्म नगरी अयोध्या से चुनाव लड़ेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रभु श्री राम की धरती से जय श्री राम के उद्घोष के साथ चुनाव रंग में रंगते दिखेंगे ।
नई दिल्ली स्थित पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में दो दिन चली मैराथन बैठक में इस पर सहमति बन चुकी है। अब केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद औपचारिक घोषणा होना बाकी है। भाजपा ने संघर्षपूर्ण नजर आ रहे इस चुनाव में निर्माणाधीन राम मंदिर और योगी के सहारे हिंदुत्व का रंग गाढ़ा कर प्रदेशभर में भगवा लहर चलाने की तैयारी कर ली है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री पहले ही कई बार कह चुके हैं कि वह इस बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, लेकिन सीट पार्टी तय करेगी। अटकलें लगाई जा रही थीं वह अपने गृह जनपद गोरखपुर, अयोध्या या मथुरा से चुनाव लड़ सकते हैं। पिछले कुछ दिन से मथुरा इसलिए भी चर्चा में था, क्योंकि पार्टी के कुछ नेताओं की तरफ से इच्छा जता दी गई कि योगी मथुरा से चुनाव लड़ें। इसके अलावा 'अयोध्या के बाद मथुरा की तैयारी है...' जैसे नारे भाजपा के चुनाव प्रचार में शामिल हैं।
रणनीतिक तर्क दिया जा रहा था कि योगी मथुरा से लड़ेंगे तो चुनौतीपूर्ण माने जा रहे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वह सीधा असर डाल सकेंगे। मगर, अब जिस तरह से मुख्यमंत्री को अयोध्या से लड़ाए जाने का निर्णय हुआ है, उससे भी भाजपा ने अपनी रणनीति का स्पष्ट संकेत दे दिया है। दरअसल, रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के साथ ही योगी सरकार अयोध्या के चहुंमुखी विकास में जुट गई। वहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा निर्माण सहित कई विकास परियोजनाएं चल रही हैं। वहां से ङ्क्षहदुत्व के साथ ही विकास के माडल का भी उदाहरण योगी प्रस्तुत कर सकेंगे।