इनपुट-श्वेता सिंह, लखनऊ
"कैसी तबियत है? दवाई और भोजन समय से मिलता है ना? किसी प्रकार की कोई दिक्कत तो नहीं?" गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में जब बच्चों ने ऐसा सुना तो उनके मासूम चेहरों पर हल्की सी मुस्कान बिखर गई।
उत्तर प्रदेश के मुखिया कोरोना की विकट परिस्थिति में भी लोगों के साथ बराबर खड़े हुए हैं। आज गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज के 100 बेड के इंसेफेलाइटिस वार्ड की आईसीयू व हाइ डिपेंडेंसी यूनिट में भर्ती बच्चों व उनके परिजनों से योगी आदित्यनाथ एक मुख्यमंत्री की तरह नहीं, बल्कि एक अभिभावक की तरह मिले।
बता दें मंगलवार को गोरखपुर दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एम्स और जिला अस्पताल में पीडियाट्रिक आईसीयू का निरीक्षण करने के बाद मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे।
ताबड़तोड़ दौरों पर योगी-
गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद आने वाली तीसरी लहर बच्चों के लिए बेहद ही खतरनाक बताई जा रही है। इसके लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अभी से सचेत हो गई है और प्रत्येक जिले में इसकी रोकथाम के लिए आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश भी दे दिए हैं। साथ ही सीएम योगी भी ताबड़तोड़ हॉस्पिटलों का निरीक्षण भी कर रहे हैं।
बच्चियों को वेंटीलेटर पर देख भावुक हुए योगी-
इसी सिलसिले में बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंचे सीएम योगी आईसीयू वार्ड में वेंटिलेटर पर भर्ती दो बच्चियों बस्ती की अंशिका और देवरिया की सना को देखकर भावुक हो गए। वहां कुछ देर रुककर वह उन्हें लगातार स्नेह से निहारते रहे। उन्होंने मौजूद मेडिकल स्टाफ को तुरंत बच्चियों का इलाज गंभीरता से किया जाने का निर्देश दिया ।
आईसीयू के बाद सीएम योगी हाइ डिपेंडेंसी यूनिट पहुंचे। यहां भर्ती सिसवा, महराजगंज की छह साल की मासूम सौम्या को उन्होंने दुलारा। जब सौम्या ने उन्हें प्रणाम किया तो आशीर्वाद देते हुए मुख्यमंत्री ने उससे पूछा, कैसी हो, क्या हुआ है, अब कोई परेशानी तो नहीं? मुख्यमंत्री ने जैसे ही ऐसे पूछा तो सौम्या चहक उठी, बोली-अब ठीक हूं महाराज जी।
परिजन हुए बेहद खुश-
इसके बाद सीएम योगी ने वहां मौजूद बच्चों के परिजनों से यहां उपलब्ध दवा व भोजन की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। सीएम से मिलकर बच्चे और उनके अभिभावक बेहद खुश थे। परिजनों ने कहा कि हमे तो लगा ही नहीं कि हमारे व हमारे बच्चों के बीच मुख्यमंत्री हैं, ऐसा लगा कि घर का कोई अभिभावक हमारे पास है।
बच्चों को आयुष कवच से जोड़ा जाएगा-
कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए योगी सरकार बच्चों को आयुष कवच से जोड़ने के लिए नया फीचर तैयार कर रही है। साथ ही जनप्रतिनिधियों को भी इस कार्रवाई में जोड़ा गया है और अस्पताल गोद लेने को कहा गया है।