इंदौर की सेंट्रल जेल में बही भक्ति रस की धारा, श्रीमद्भागवत कथा के आयोजन से केदियो में खुशी का माहौल दिखाई दिया केदियो से खचाखच भरे पांडाल में अनुशासन साफ तौर पर देखा जा सकता है । संगीत की धुन पर खुशी से झूमते दिखाई दिए कैदी ।
कोरोना संक्रमण के चलते जहां जेले बड़ी विकट और कठिन हो चुकी थी कैदियों की परिजनों से मुलाकातें कोरोना संक्रमण के चलते पूरी तरह से बंद कर दी गई थी । इंदौर के सेंट्रल जेल प्रशासन ने इस बात को बड़ी गंभीरता से देखते हुए कुछ रोचक और कैदियों के मानसिक मनोबल को बढ़ाने के लिए रचनात्मक कार्य करने का विचार किया जेल अधीक्षक राकेश भांगरे ने बताया कि इंदौर स्थित सेंट्रल जेल में सच्चिदानंद जी महाराज के मुखारविंद से श्रीमद्भागवत कथा का वाचन किया जा रहा है । 7 दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में प्रतिदिन अलग-अलग संकल्प भी दिलाया जा रहे हैं । अपराध की दुनिया में कदम रख चुके सजायाफ्ता एवं विचाराधीन कैदियों के बेहतर जीवन एवं बेहतर पुनर्वास की दृष्टि से जेल में इस तरह के कार्यक्रम को आयोजित किया गया है श्रीमद् भागवत कथा की भक्ति रस धारा में कैदी पूरी तरह से डूबे हुए नजर आ रहे थे भजनों और संगीत की धुन पर केदी जमकर नाचते दिखाई दिए । जेल में स्थित महिला कैदी भी काफी खुश नजर आई महिला कैदियों ने भी भजनों पर जमकर नृत्य किया । भागवत कथा आयोजन में पूरा पांडाल कैदियों से भरा हुआ था । लगभग 2500 की संख्या में मौजूद कैदियों ने भक्ति रस धारा का आनंद लिया जेल में बंद कैदियों से बात करने पर उन्होंने बताया कि इस तरह के आयोजन से हमें अपराध की दुनिया छोड़ सामान्य जिंदगी जीने की प्रेरणा मिलती है साथ ही अपने किए गए कृत्य पर अपराध बोध होने से पश्चाताप करने का अवसर भी मिलता है ।