बीते दिन भारत के लिए एक ऐसी खबर आई, जिसने पूरे देश को भाव विभोर कर दिया। CDS रावत के देहांत से न सिर्फ देश को रक्षा के क्षेत्र में बल्कि व्यक्तिगत रूप से भी काफी क्षति हुई है। CDS का इस तरह से असमय चले जाना, भारत की सैन्य ताकतों पर मानसीक स्तर पर चोट पहुंचाता है।
एक तरफ जहाँ हिन्द की सेना पड़ोसी देश के दुश्मनो से दो दो हाथ कर रही है, वहीं उस समय सेना के इतने बड़े अधिकारी के देहांत की खबर आना, सेना के जज़्बे को कही न कही कमजोर जरूर करता है। आज वहीँ, भारत के शेर पंचतत्वों में विलीन हो जायेगे।
शुक्रवार को दिल्ली छावनी में होगा अंतिम संस्कार
सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार शुक्रवार को दिल्ली छावनी में किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर के कल शाम तक एक सैन्य विमान से राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने की उम्मीद है। शवों को शुक्रवार को उनके घर लाया जाएगा और लोगों को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक श्रद्धांजलि देने की अनुमति दी जाएगी, इसके बाद एक अंतिम संस्कार जुलूस कामराज मार्ग से दिल्ली छावनी में बरार स्क्वायर श्मशान तक निकाला जाएगा।