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अखिलेश सरकार में दर्जा मंत्री रहने के बाद 2017 के चुनाव में वो मुरादाबाद देहात सीट से एमएलए भी चुने गए थे। हालांक 2022 में टिकट कटने पर हाजी इकराम ने सपा का दामन छोड़ दिया था और वे कांग्रेस से चुनाव लड़े थे।