किरेन रिजिजू बोले- भारत और अन्य देशों में लंबित मामलों की नहीं की जानी चाहिए तुलना... हमारी समस्याएं अलग
रिजिजू ने कहा कि भारत और अन्य देशों में लंबित मामलों की कोई तुलना नहीं की जानी चाहिए. क्योंकि हमारी समस्याएं अलग हैं. उन्होंने कहा कि कुछ देश ऐसे भी हैं, जिनकी आबादी पांच करोड़ भी नहीं है. जबकि भारत में लंबित मामलों की संख्या पांच करोड़ के करीब है.