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■ मां के ममता ने अपने वीरगति को प्राप्त बेटे की आदमकद प्रतिमा स्थापित कर दी और रोज सुबह शाम उसे अपने जीवित बेटे जैसा प्यार दुलार करती है और उसका पूरा ख्याल भी रखती है।