सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को सहयोग करे
बता दें कि कृषि कानूनों के लाभ बीजेपी ने अपने प्रचार कर जरिए जनता तक पहुंचाने के प्रयास किये थे लेकिन विरोध प्रदर्शन थमे नहीं। इसके बाद सरकार को ये कनून वापस लेने के लिए विवश होना पड़ा था।