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इस भूमी में कहीं भी किसी भी मस्जिद का नाम संस्कृत में नहीं है। तो सबसे बड़ा सवाल यही खड़ा होता है कि ज्ञानवापी फिर क्यों संस्कृत नाम पर है? यह एक मंदिर था जिसको तुड़वा कर मस्जिद में तबदील कर दिया गया।