सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को सहयोग करे
बताया गया कि उसके साथ गैंगरप करने का भी प्रयास किया गया, हालाँकि पीड़िता की शोर सुनकर जमा हुए परिजनों और लोगों को देख आरोपित फरार हो गए।