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इस परीक्षा का आयोजन पीएनपी ने कराया था। संजय उपाध्याय को परीक्षा नियामक प्राधिकारी बनाया गया था। संजय उपाध्याय पर ही इस परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी थी। सरकार ने पेपर लीक होने के मामले को उनकी बड़ी चूक माना था और मुख्यमंत्री के निर्देशों पर मंगलवार को संजय उपाध्याय को निलंबित किया गया था।