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ये चर्चा आजादी की थी जिसकी बार बार कुछ लोगों द्वारा ठेकेदारी ली जाती है और दूसरों पर आरोप लगाया जाता है कि उन्होने आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा नहीं लिया.