सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को सहयोग करे
उनको पुरानी दिल्ली की मस्जिद के दरवाजों और सीढ़ियों पर डालकर लोगों को उन पर चलने का आदेश दिया.