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तमिलनाडु और केरल जैसे दक्षिणी राज्यों में आमतौर पर यह परंपरा रही है कि कोई पार्टी या गठबंधन बारी-बारी से सत्ता में आता रहा है. पिछले चुनाव में जयललिता ने इस परंपरा को तोड़ते हुए दूसरी बार एआईएडीएमके को जीत दिलाते हुए सत्ता की बागडोर संभाली थी.