सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को सहयोग करे
निर्माण के करीब 136 सालों बाद भी कासगंज स्थित झाल का पुल लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। पुल के नीचे नदी और इसके ऊपर नहर बहती है। दुनिया के कई बड़े शिक्षण संस्थानों में यह पुल पाठ्यक्रम का हिस्सा बना हुआ है।