सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को सहयोग करे
सरकार ने साफ किया है उसने दो संसद चैनलों- लोकसभा टीवी और राज्यसभा टीवी का विलय कर दिया है, जिसे अब संसद टीवी कहा जाएगा।