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पत्र में आगे लिखा कि यह आपकी आदत बन गई है कि आप कुछ शब्दों को संदर्भ के बाहर ले ले जाते हैं और सांप्रदायिक विभाजन करते हैं. आप ऐसा कर के अपने पद की गरिमा को कम कर रहे हैं.