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पढ़िए विस्तार से, चलते-चलते कार्यक्रम में जगद्गुरु शंकराचार्य पुरी पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी ने श्री सुरेश चव्हाणके जी को दिए साक्षात्कार में क्या कहा

सुदर्शन न्यूज के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक और एडिटर-इन-चीफ श्री सुरेश चव्हाणके जी ने अपने विशेष शो चलते-चलते में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी का साक्षात्कार किए. इस खास संवाद में शंकराचार्य जी ने राष्ट्र-धर्म के सभी मुद्दे पर खुलकर अपनी प्रतिक्रिया दी. निश्चलानंद सरस्वती जी के अनुसार मोहम्मद मूलतः मुसलमान नहीं थे, ईसा मसीह भी मूलतः ईसाई नहीं थे जगद्गुरु का ऐसा मानना है. इस संदर्भ में उहोंने कई महत्वपूर्ण शोध ग्रन्थ लिखे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे में सभी को एक दिन सनातन के रास्ते पर वापस आना हीं होगा. जगद्गुरु शंकराचार्य पुरी पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी ने कहा कि हिंदू सभी को धर्म और वेदों से कल्याण करें, सबके पूर्वज सनातनी थे. सनातन के राह पर चल कर हीं विश्व का कल्याण होगा.

Jitendra Pratap Singh @JitendraStv
  • Oct 29 2021 10:11PM

सुदर्शन न्यूज के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक और एडिटर-इन-चीफ श्री सुरेश चव्हाणके जी ने अपने विशेष शो चलते-चलते में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी का साक्षात्कार किए. इस खास संवाद में शंकराचार्य जी ने राष्ट्र-धर्म के सभी मुद्दे पर खुलकर अपनी प्रतिक्रिया दी. निश्चलानंद सरस्वती जी के अनुसार मोहम्मद मूलतः मुसलमान नहीं थे, ईसा मसीह भी मूलतः ईसाई नहीं थे जगद्गुरु का ऐसा मानना है. इस संदर्भ में उहोंने कई महत्वपूर्ण शोध ग्रन्थ लिखे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे में सभी को एक दिन सनातन के रास्ते पर वापस आना हीं होगा. जगद्गुरु शंकराचार्य पुरी पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी ने कहा कि हिंदू सभी को धर्म और वेदों से कल्याण करें, सबके पूर्वज सनातनी थे. सनातन के राह पर चल कर हीं विश्व का कल्याण होगा.



दुनिया में बढ़ती औधोगिक क्रांति पर जगद्गुरु ने कहा कि महायंत्र दुनिया के लिए सबसे घातक हैं. महायंत्र मानव जीवन के लिए ठीक नहीं हैं. संस्कार युक्त मानव हीं राजा होता है. शरीर के नाश होने से आत्मा का विनाश नहीं होता है. भारतीय न्याय प्रणाली पर उन्होंने कहा कि जो धर्म को नहीं समझते वो न्याय क्या करेंगे ? लार्ड मैकाले ने तीन C बनाया था हिंदुओं की अस्तित्व और आदर्श को समाप्त करने के लिए ये तीन C हैं- क्लास, क्लब और कोर्ट. ये तीनों मैकाले का षड्यंत्र था, इसको आधार बना कर फैसले करने वाले न्याय को क्या समझेंगे ?

उन्होंने सनातन न्याय प्रणाली का जिक्र करते हुए कहा कि सनातन न्याय प्रणाली में एक दिन के अंदर न्याय होता था. आज की न्यायपालिका में ये संभव नहीं है. आज के न्याय प्रणाली में गरीब को न्याय मिलना मुश्किल है, भारत का संविधान सनातन विधि अनुसार नहीं है. भारतीय संस्कृति का जिक्र करते हुए शंकराचार्य जी ने कहा कि हमारा ज्ञान-विज्ञान विश्व को मंत्रमुग्ध करेगा, पूरे विश्व को इसपर ध्यान देने की जरूरत है, इसका कोई भी खंडन नहीं कर सकता है. पूरे विश्व को इसपर गोष्ठी करने की जरूरत है.



वर्तमान राजनीति पर टिप्पणी करते हुए निश्चलानंद सरस्वती जी ने कहा कि आज की राजनीति भ्रष्ट हो चुकी है, पैसे के बल पर राजनेता चुनाव जीत रहे हैं. उन्होंने राम मंदिर विवाद और नकली शंकराचार्यों पर खुलकर अपनी बात रखी, कहा रामालय ट्रस्ट ने शुरू की नकली शंकराचार्य की प्रक्रिया, राम मंदिर के सामने बनाना चाहते थे मस्जिद मगर हमने इसका विरोध किया तो हमें फंसाने की कोशिश की गई. शंकराचार्य के सामने नकली लोगों को स्थापित करने की साजिश हुई. सरकार को नकली शंकराचार्यों को जेल में डालना चाहिए.  



बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री मुलायम सिंह यादव पर उन्होंने खुलकर अपनी बेबाकी से प्रतिक्रिया दी. शंकराचार्य जी ने कहा कि लालू ने रमई राम को शंकराचार्य बना कर घुमाया तो वहीँ मुलायम सिंह यादव ने राम भक्तों पर गोली चलवाई, इस बात का जिक्र खुद मुलायम सिंह यादव सार्वजानिक मंच से कर चुके हैं. मुलायम ने कहा था कि राम भक्तों को गोलियों से भुनवा कर सत्ता हासिल किए थे. ये राजनीति की प्रकाष्ठा है, ये संविधान संगत नहीं है. आज राजनीतिक दल अपना संत खुद बना रहे हैं.

 

हिंदू राष्ट्र के मुद्दे पर जगद्गुरु शंकराचार्य पुरी पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी ने कहा कि भारत अपने आप को हिंदू राष्ट्र घोषित करे, ये भारत विभाजन के बाद का भारत है. संविधान के दृष्टि से भारत एक हिंदू राष्ट्र घोषित हो सकता है भारत एक हिंदू राष्ट्र है. आज पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है, कई देश अपने आप को हिंदू राष्ट्र घोषित करना चाहते हैं, ये सभी देश भारत की ओर देख रहे हैं. ये सभी देश भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित होने का इंतजार कर रहे हैं, भारत बहुत जल्द हिंदू राष्ट्र घोषित होगा.



धर्म ग्रंथों में मिलावट के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि, प्रक्षिप्त होना आप बात है उसकी व्याख्या करने से स्पष्ट होगा. प्रक्षिप्त करने वाले की समझ को देखना होगा, अर्थों का अनर्थ भी प्रक्षिप्त हो सकता है. आज मठ-मंदिर धन के अभाव में नष्ट हो रहे हैं, आज हमें मठ-मंदिर की उपयोगिता को बढ़ाना होगा. मठ-मंदिर अपने दायित्व का सही निर्वहन करें, मठ-मंदिर विभाजन के समय भी उपयोगी सिद्ध हुए, मठ-मंदिर सदियों से उपयोगी सिद्ध हुए हैं. जब प्राचीन काल में राजा रास्ता भटक जाते थे तो मठ मंदिर हीं उनकी मदद करते थे, उन्हें वस्त्र और जरुरी वस्तुएं उपलब्ध कराते थे.



आज सरकारें मंदिरों की संपत्ति को हड़प रहीं हैं, आज पंडित-पुजारी को अपमानित किया जा रहा है. युवकों को निश्चलानंद सरस्वती जी द्वारा लिखित नीति चालीसा पढ़ना चाहिए, नीति निधि और नीति सावित्री पढ़ना चाहिए ताकि उनके अन्दर संस्कार जागृत हो सके. पत्रकारों को लोभ-भय से मुक्त होकर कार्य करना चाहिए, लोभ-भय मुक्त पत्रकारिता ही समाज के लिए उपयोगी होगा.



एक हजार 9 सौ वर्ष बाद एक संयोग आएगा, बलराम जी के घर में उनके पुत्र पवार क्षत्रिय घर में जन्म लेंगे. उनके क्रियाकलापों से 80 वर्षों तक सतयुग की धारा चलेगी, इस दौरान राजा-प्रजा का विनाश होगा. मलेक्षों का भी विनाश हो जाएगा. पवार क्षत्रिय के सहयोग से एक नया युग भारत में आएगा, दिल्ली में इनका शासन होगा.  



-जगद्गुरु शंकराचार्य पुरी पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी के इंटरव्यू का संक्षिप्त अंश.

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