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डायबिटीज को जल्द से जल्द नियंत्रण में लाने के लिए भारत के 2 डॉक्टर ने ढूंढी दवा

भारत में पिछले दो सालों में डायबिटीज के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दिखी है। खासतौर से कोरोना की वजह से दक्षिण भारत के तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में डायबिटीज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं

Mchavhanke
  • Sep 16 2021 3:44PM
भारत में पिछले दो सालों में डायबिटीज के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दिखी है। खासतौर से कोरोना की वजह से दक्षिण भारत के तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में डायबिटीज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। उम्रदराज ही नहीं, बल्कि बच्चे भी आसानी से इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। ब्लड शुगर बढ़ जाने से मरीज को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। डायबिटीज के मरीजों को खान-पान पर बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है।

महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के डॉक्टर्स ने एक खास फल को ब्लड शुगर कम करने में काफी कारगर पाया है। डॉक्टरों की स्टडी के मुताबिक डायबिटीज में कटहल को काफी फायदेमंद पाया गया है। कच्चा होने पर कटहल को सब्जी के रूप में और पका होने पर फल की तरह खाया जाता है।  अंतरराष्ट्रीय पत्रिका 'नेचर' में छपी स्टडी के अनुसार कटहल बहुत प्रभावी तरीके से डायबिटीज को कंट्रोल करता है। पुणे के चेलाराम डायबिटीज इंस्टीट्यूट के सीईओ एजी उन्नीकृष्णन और श्रीकाकुलम सरकारी मेडिकल कॉलेज में सामान्य चिकित्सा के सहायक प्रोफेसर डॉ गोपाल राव ने भी इस पर शोध किया है। इन डॉक्टर्स के अनुसार डायबिटीज के मरीजों में कटहल के बहुत बेहतर परिणाम देखने को मिले हैं। 

स्टडी में पाया गया कि कटहल का आटा सात दिनों में ब्लड ग्लूकोज को घटा देता है। कटहल का आटा तैयार करने के लिए सबसे पहले इसके बीज को अच्छी तरह से सूखा लें। सूख जाने पर इसके ऊपरी छिलके को अच्छी तरह से निकाल लें इसके बाद कटहल के बीज को काटकर पीस लें। आप हर दिन 30 ग्राम कटहल के आटे को सामान्य आटे में भी मिलाकर खा सकते हैं। हालांकि पश्चिमी देशों की तुलना में भारतीयों में डायबिटीज का एक अलग पैटर्न देखने को मिलता है। यहां डायबिटीज के 30 फीसद से अधिक मरीज मोटापे की श्रेणी में नहीं आते हैं। स्टडी के मुताबिक कटहल का आटा ब्लड शुगर कम करने के साथ-साथ ग्लाइसेमिक में भी सुधार करता है।
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