यूपी: प्रियंका गांधी के मौन अनशन में कोरोना नियमों की उड़ी धज्जियां, प्राथमिकी दर्ज
यूपी: प्रियंका गांधी के मौन अनशन में कोरोना नियमों की उड़ी धज्जियां, प्राथमिकी दर्ज
शनिवार को राजधानी लखनऊ स्थित हजरतगंज थाने में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत लगभग 600 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि थाना क्षेत्र स्थित गांधी प्रतिमा में बीते शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के साथ पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता धरने पर बैठे थे। उस दौरान कोरोना नियमों का पालन नहीं किया गया, जिसके चलते मुकदमा दर्ज किया गया है।
कोरोना नियमों की जमकर उड़ी धज्जियां
ग़ौरतलब है कि, तीन दिवसीय यूपी के दौरे पर आ रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के स्वागत के लिए कांग्रेस के लोगों ने खास तैयारियां की थीं। प्रियंका के स्वागत के लिए सैकड़ों लोग लखनऊ के अमौसी हवाई अड्डे पर जुटे, लेकिन इसमें से कई लोग बिना मास्क दिखाई दिए। इसके अलावा कोविड के सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का भी कोई पालन नहीं किया गया। वहीं, प्रियंका गांधी के हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर पहुंचने के बाद भी जमकर कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं। हजरतगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि लखनऊ में धारा 144 लागू होने के बावजूद इतनी भारी संख्या में कोरोना नियमों का उल्लंघन करते हुए प्रदर्शन किया गया। जिसके चलते शनिवार सुबह सचिवालय चौकी इंचार्ज की ओर से हजरतगंज थाने में प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, वेद प्रकाश त्रिपाठी समेत 5 पदाधिकारियों को नामजद करते हुए तकरीबन 600 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
दरअसल, अपने तीन दिवसीय दौरे पर लखनऊ पहुंची प्रियंका गांधी वाड्रा यूपी कांग्रेस के पदाधिकारियों और सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर मौन धारण करके अनशन पर बैठी थीं। जिसकी वजह से सड़कों पर हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया था। प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि उन्होंने ये अनशन प्रदेश में फैले जंगलराज, पंचायत चुनाव में हुई हिंसा, महिला उत्पीड़न, ध्वस्त कानून व्यवस्था के विरोध में रखा था। ग़ौरतलब है कि, धरना का कार्यक्रम न तो पहले से तय था और न ही उसकी भनक पुलिस प्रशासन को थी। यहां तक कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी उसकी जानकारी नही थी। ऐसे में जब मल्यार्पण करने के बाद प्रियंका गांधी ने अचानक वहीं पर मौन धरना दे दिया तो एक ओर जहां पुलिस प्रशासन की मुसीबत बढ़ गई तो वहीं कार्यकर्ताओं की भी समझ में नहीं आ रहा था कि धरना कितना देर चलेगा। दरअसल, शुरू में चर्चा फैली कि दो मिनट का मौन धरना है मगर वह दो घंटे तक चला।