हाल ही में बाबा काशी विश्वनाथ धाम के नवीनकरण के जरिये काशी को और अविनाशी बनाने वाले पीएम मोदी तो कल शाम दिल्ली लौट गए, लेकिन वहां पर मौजूद तमाम बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री अब महादेव के दर्शन के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के दरबार में हाज़िरी लगाने जाएंगे। मिली जानकारी के अनुसार, 11 मुख्यमंत्रियों और 2 उप मुख्यमंत्रियों की इस टुकड़ी में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हो सकते है।
अयोध्या में असम, हरियाणा, गुजरात, नागालैंड के मुख्यमंत्री पहुंच रहे हैं, तो वहीं अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मणिपुर, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, गोवा और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री अपने परिवार के साथ आ रहे हैं। मुख्यमंत्रियों के दौरे के मद्देनजर अयोध्या के प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली है। अयोध्या के एक होटल को गेस्ट हाउस बनाया गया है ।
काशी से अयोध्या पहुंचने के बीच जगह-जगह मार्गों का डायवर्जन किया गया है जिससे सुविधाजनक तरीके से यह सभी काशी से अयोध्या पहुंच सकें. वीवीआई के मूवमेंट के चलते अयोध्या प्रशासन की तरफ से लाइजनिंग अफसर भी तैनात कर दिए गए हैं. जिन मुख्यमंत्रियों के साथ उनका परिवार भी आ रहा है, उनके साथ एक अतिरिक्त महिला अफसर की भी प्रशासन ने व्यवस्था की है.
राम जन्मभूमि पर करेंगे पूजा अर्चना
मिली जानकारी के अनुसार ,12 राज्यों के सीएम और डिप्टी सीएम के बुधवार दोपहर 11 बजे तक अयोध्या पहुंचने की उम्मीद है. इसके बाद सभी सीएम और डिप्टी सीएम दोपहर 2 बजे हनुमानगढ़ी मंदिर राम भक्त हनुमान के दर्शन करेंगे. इसके बाच राम जन्मभूमि पर पूजा अर्चना करेंगे.
मंदिर के निर्माण को देखेंगे
राम जन्मभूमि परिसर में इन सभी को उस स्थल को दिखाया जाएगा, जहां श्री राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण हो रहा है. इस दौरान श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, सदस्य अनिल मिश्र, सदस्य विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र भी वहां मौजूद रहेंगे और श्री राम मंदिर निर्माण प्रक्रिया और निर्माण की समय सीमा को लेकर जानकारी देंगे. बताया जा रहा है कि अपनी रवानगी से पहले सभी नेता सरयू घाट और राम की पैड़ी पर भी जाएंगे.