पटना एम्स की 400 संविदा नर्स हड़ताल पर चली गई हैं. पटना एम्स बिहार का इकलौता केंद्रीय हॉस्पिटल है, जहां कई वीवीआईपी कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है.
हड़ताल पर गईं नर्सों ने अपनी नौकरी की सुरक्षा, वेतन को बढ़ाने, हेल्थ इंश्योरेंस, स्थायी कर्मचारियों की तरह छुट्टी समेत कई मांग की है. एम्स प्रशासन कहना है कि हमने कुछ मांग को मान लिया है. हालांकि अभी भी नर्सों की हड़ताल जारी है. इसका खामियाजा मरीजों को उठाना पड़ रहा है.
गौरतलब है कि बिहार में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 30 हजार 369 को पार कर गया है, जिसमें 217 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना से अब तक 19 हजार से अधिक मरीज जंग जीत चुके हैं, जबकि 10 हजार से अधिक मरीज अभी भी कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं.
बिहार में कोरोना खतरनाक रुख अख्तियार करता जा रहा है. दो दिन पहले बीजेपी के एमएलसी सुनील कुमार सिंह की मौत हुई थी और अब बुधवार को आरजेडी नेता राजकिशोर यादव का निधन हो गया है. राजकिशोर दानापुर सीट से आरजेडी के प्रत्याशी रहे हैं और उनकी लालू यादव के करीबी नेता के तौर पर गिनती होती थी.
बिहार सरकार के मंत्री विनोद कुमार सिंह, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह, बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल, जदयू नेता अजय आलोक और रामकृपाल यादव के अलावा कई बड़े नेता कोरोना की जद में आ चुके हैं. इन नेताओं के साथ उनके घरवाले भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं.
फिलहाल एम्स प्रशासन हड़ताली कर्मियों से वार्ता कर रहा है कि इस कोरोनाकाल में वे काम पर लौट आए, लेकिन हड़ताली कर्मचारी अपनी मांगें माने जाने तक काम पर लौटने को तैयार नहीं हैं। इससे कोरोना रोगियों की परेशानी सबसे ज्यादा बढ़ गई है। अगर हड़ताल लंबी चली तो कई कोरोना मरीजों की जान भी जा सकती है।