भारतीय सेना द्वारा बीती रात पाकिस्तान में चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत नौ आतंकी अड्डों को निशाना बनाए जाने के बाद देश में सेना को लेकर उत्साह और गर्व का माहौल है। रात 1 बजे से 1:30 के बीच हुई इस कार्रवाई पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह कैबिनेट की अहम बैठक बुलाई। सूत्रों के अनुसार, बैठक में पीएम मोदी ने ऑपरेशन से जुड़ी जानकारी साझा करते हुए इसे सेना की बेमिसाल तैयारी और अनुशासन का उदाहरण बताया।
प्रधानमंत्री ने इस कार्रवाई को "भारत की रक्षा प्रतिबद्धता का स्पष्ट संकेत" बताया और कहा कि सेना ने बिना किसी गलती के अपना मिशन पूरा किया, जो हर नागरिक के लिए गर्व की बात है। बैठक में मौजूद मंत्रियों ने भी ऑपरेशन की सफलता पर मेज़ थपथपाकर खुशी जताई और पीएम मोदी के नेतृत्व पर विश्वास दोहराया।
राजनाथ सिंह ने दी ऑपरेशन की तकनीकी जानकारी
कैबिनेट में मौजूद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बैठक में विस्तृत ब्रीफिंग दी, जिसमें बताया गया कि किस प्रकार सेना ने सीमापार आतंक के ढांचों को ध्वस्त किया। जानकारी के अनुसार, बैठक में पीएम मोदी का रुख गंभीर और संकल्प से भरा हुआ था। उन्होंने कहा, “ये जरूरी था। देश हमसे उम्मीद कर रहा था। हमें अपनी सेना पर पूरा भरोसा था और है।”
भारतीय वायुसेना और अन्य एजेंसियों द्वारा किए गए संयुक्त ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को टारगेट किया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुरीदके, बहावलपुर और अन्य इलाकों में हुए मिसाइल हमलों में कम से कम 100 आतंकियों के मारे जाने की संभावना जताई जा रही है।
सेना और विदेश मंत्रालय द्वारा साझा प्रेस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर को 6 और 7 मई की रात 1:05 से लेकर 1:30 के बीच अंजाम दिया गया। यह कार्रवाई पूरी तरह आतंकियों के खिलाफ थी, और किसी भी आम नागरिक या सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया।
पहलगाम हमले का मिला करारा जवाब
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने निहत्थे नागरिकों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया था। इस हमले में 26 आम लोगों की जान गई थी, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। भारत सरकार ने उसी दिन से जवाबी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी थी और ऑपरेशन सिंदूर के जरिए इसका मुंहतोड़ जवाब दिया गया।