भारत के सैन्य ऑपरेशन "सिंदूर" के तहत एक बड़ी कामयाबी मिली है। इंडियन आर्मी की सटीक मिसाइल स्ट्राइक में कंधार हाईजैक के मुख्य साजिशकर्ता और जैश-ए-मोहम्मद के वरिष्ठ आतंकी रऊफ अजहर को मार गिराया गया है। यह कार्रवाई मंगलवार और बुधवार की रात पाकिस्तान और पीओके में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर की गई थी।
रऊफ अजहर, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वांछित आतंकियों की सूची में शामिल था, 1999 की IC-814 विमान हाईजैकिंग का मास्टरमाइंड था। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए वह वर्षों से सबसे बड़े लक्ष्यों में से एक था। अब उसकी मौत को आतंकवाद के खिलाफ भारत की निर्णायक जीत माना जा रहा है।
भारतीय थलसेना और वायुसेना ने संयुक्त अभियान में बहावलपुर और मुरिदके जैसे आतंकी हॉटस्पॉट्स को टारगेट किया। ये दोनों ही क्षेत्र जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के गढ़ माने जाते हैं। हमलों में 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
हमले में जैश प्रमुख मसूद अजहर के परिवार के 10 से अधिक सदस्य मारे गए, और उसकी खुद की हालत गंभीर बताई जा रही थी। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया कि मसूद अजहर अंतिम बार मृत आतंकियों की नमाज़ पढ़ाते देखा गया, लेकिन अब उसकी मौत की खबरें भी तेज़ी से फैल रही हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जानकारी दी है कि यह अभियान अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। "ऑपरेशन सिंदूर" के अंतर्गत आतंक के खिलाफ लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक पाकिस्तान की ज़मीन से पलने वाले आतंकी नेटवर्क जड़ से खत्म नहीं कर दिए जाते।