उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में प्रशासन ने नेपाल सीमा से लगे संवेदनशील क्षेत्रों में अवैध मदरसों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। धर्मांतरण से संबंधित शिकायतों और खुफिया रिपोर्टों के आधार पर यह कार्रवाई की जा रही है।
जिलाधिकारी पवन अग्रवाल के नेतृत्व में एक विशेष अभियान के तहत 21 अवैध मदरसों की पहचान की गई है। इनमें से 12 मदरसे तत्काल प्रभाव से बंद कर दिए गए हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई तथ्यों की पुष्टि और कानूनी प्रक्रिया के बाद की गई है।
तुलसीपुर तहसील के चौधरीडीह गोरिया गांव में एक अवैध धार्मिक निर्माण को हटाया गया है, जो पहाड़ी नाले के किनारे स्थित था। अधिकारियों के अनुसार, स्थानीय टीमों द्वारा सर्वेक्षण और पुष्टि के बाद यह कार्यवाही की गई।
अब तक दो मदरसों को नोटिस जारी किया जा चुका है, जबकि सदर तहसील क्षेत्र के पांच अन्य स्थलों पर अवैध निर्माण की शिकायतें मिली हैं। इन मामलों की जांच जारी है। प्रशासन पूरी सतर्कता बरतते हुए कार्रवाई कर रहा है।
बंद किए गए मदरसों की सूची
बलरामपुर जिले में प्रशासन द्वारा अवैध मदरसों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, जिसमें कुल 12 मदरसों को बंद कर दिया गया है। इनमें से प्रमुख मदरसों में "अहले सुन्नत इमदादुल उलूम गौसिया" (रतनपुर), "मदरसा सिराजुल उलूम" (मझगवां), "मदरसा अहले सुन्नत लिलबनात" (रनियापुर), "मदरसा रिजविया हिदायतुल इस्लाम" (टड़वा), "मदरसा फैजेआम" और "रहमानिया एजुकेशनल सोसाइटी" (बिजुआ कला) शामिल हैं।
नेपाल सीमा के करीब बढ़ी निगरानी
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी यशवंत मौर्य ने बताया कि 10 किलोमीटर की सीमा के भीतर के सभी मदरसों की जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है। हाल ही में उतरौला क्षेत्र में धर्मांतरण की घटनाओं और ATS की कार्रवाई के बाद सीमाई इलाकों में निगरानी और कड़ी कर दी गई है।
बता दें कि, सुदर्शन न्यूज का दावा है कि सरकारी व कुछ अन्य जमीनों पर तमाम जेहादी मानसिकता के लोग कब्जा किए बैठे हैं। सुदर्शन न्यूज के प्रधान संपादक श्री सुरेश चव्हाणके जी अपने शो बिंदास बोल में लैंड जिहाद के मुद्दे पर लोगों को उजागर करते हैं। हमारे खिलाफ तमाम साजिशों के बावजूद हम अपने दावों पर कायम रहे हैं। बिंदास बोल पर चली लैंड जिहाद के मुद्दे यहां हो रहे जिहाद के दावों की पुष्टि करते हैं।