देशभर में प्रतिबंधित ई-सिगरेट के अवैध व्यापार का सिलसिला अब दिल्ली के पॉश इलाकों तक पहुँच चुका है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक छापेमारी में इस काले धंधे का भंडाफोड़ किया है, जिससे राजधानी के उच्च वर्ग वाले इलाकों में इसके फैलने का खुलासा हुआ है।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने डिफेंस कॉलोनी मार्केट में एक पान की दुकान पर छापा मारा, जहाँ ई-सिगरेट्स का काला कारोबार हो रहा था। टीम ने यहाँ से 3.5 लाख रुपये की विदेशी ब्रांड की ई-सिगरेट्स जब्त की और 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जो पिछले दो वर्षों से यह अवैध धंधा चला रहे थे।
दिल्ली पुलिस को एक गोपनीय सूचना मिली थी कि डिफेंस कॉलोनी के ए-ब्लॉक स्थित एक पान की दुकान में प्रतिबंधित ई-सिगरेट्स का स्टॉक छिपाकर रखा गया है, जिसे ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा था। इंस्पेक्टर मनमीत मलिक के नेतृत्व में पुलिस ने जाल बिछाया और 28 अप्रैल को छापा मारा।
पुलिस ने छापेमारी के दौरान दो बड़े कार्टन में ELFBAR ब्रांड की 1658 से अधिक ई-सिगरेट्स अलग-अलग फ्लेवर में जब्त कीं। पुलिस ने मौके पर चंदन चौधरी और दिलीप चौधरी को गिरफ्तार कर लिया, जो पिछले दो सालों से इस अवैध व्यापार में शामिल थे।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे दिल्ली और फरीदाबाद से सस्ती कीमत पर यह प्रतिबंधित ई-सिगरेट्स खरीदते थे और फिर उन्हें छोटे दुकानदारों को महंगे दामों पर बेचते थे। चंदन चौधरी 10वीं पास है और पिछले 12 सालों से पान की दुकान चला रहा था, वहीं दिलीप चौधरी 5वीं पास है और वह एक जुए के केस में पहले भी शामिल रहा है।
पुलिस के अनुसार, यह छापेमारी एक बड़े ऑपरेशन की शुरुआत है। अब उनकी टीम उन नेटवर्क्स और सप्लायर्स की तलाश कर रही है जो इन विदेशी ई-सिगरेट्स को देश में लाते हैं। इस मामले में एफआईआर नंबर 100/2025 दर्ज की गई है और धारा 4/7 के तहत कार्रवाई की गई है।