भोपाल में छात्राओं को ड्रग्स, यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग के जाल में फंसाने वाले मुख्य आरोपी का शॉर्ट एनकाउंटर हुआ है। दरअसल, आरोपी फरहान को पुलिस हिरासत के दौरान मुठभेड़ में गोली लगी है। घायल आरोपी को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस फरहान को सीहोर जिले के बिलकीसगंज लेकर जा रही थी, जहां उसके साथी अबरार के छिपे होने की सूचना मिली थी। रास्ते में फरहान ने गाड़ी रुकवाकर पेशाब करने की बात कही। जैसे ही उसे नीचे उतारा गया, उसने उपनिरीक्षक की पिस्टल छीनने की कोशिश की। इसी छीना-झपटी में गोली चल गई और आरोपी के पैर में जा लगी।
फरहान की इस हरकत से पुलिस सतर्क हो गई और उसे तुरंत काबू में ले लिया गया। पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया और साथ ही हत्या के प्रयास का प्रकरण भी दर्ज कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि घटना के दौरान दो अधिकारियों को मामूली चोटें आई हैं।
अशोका गार्डन थाना प्रभारी ने बताया कि फरहान को रिमांड पर लिए जाने की सूचना उसके नजदीकियों को लग चुकी थी। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि कहीं फरहान को भगाने के लिए कोई योजना तो नहीं बनाई गई थी। यदि किसी पर संदेह साबित हुआ तो उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई होगी।
पुलिस जांच में सामने आया है कि फरहान और उसके साथियों के पास कई कॉलेज छात्राओं के अश्लील वीडियो मिले हैं। ये वीडियो गुप्त फोल्डरों में छिपाकर रखे गए थे और इन्हीं की मदद से छात्राओं को धमकाया जाता था। गिरोह में शामिल कई अन्य आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं।
वहीं, मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को जीने का हक नहीं होना चाहिए। जो युवक धर्म परिवर्तन और बहला-फुसलाकर बच्चियों की ज़िंदगी बर्बाद करते हैं, उन्हें सार्वजनिक रूप से गोली मार देनी चाहिए। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई को हल्का बताते हुए कहा कि गोली पैर में नहीं, सीने में लगनी चाहिए थी।