सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को सहयोग करे

Donation

आह्वान अखाड़ा: कुंडलिनी जागरण, यंत्र, मंत्र से आत्मज्ञान (20)

महाकुंभ: शक्ति और तांत्रिक साधना का अखाड़ा

Dr. Suresh Chavhanke
  • Feb 1 2025 12:45PM

आह्वान अखाड़ा: कुंडलिनी जागरण, यंत्र, मंत्र और ध्यान के माध्यम से आत्मज्ञान प्राप्ती। 

महाकुंभ लेखमाला – लेख क्रमांक 20

प्रस्तावना: शक्ति और तांत्रिक साधना का अखाड़ा

आह्वान अखाड़ा सनातन धर्म की तांत्रिक, योगिक और शक्ति परंपराओं का महत्वपूर्ण केंद्र है।

• अन्य अखाड़ों की तुलना में, यह अखाड़ा शक्ति उपासना, तंत्र साधना और गूढ़ विधियों का अनुष्ठानिक रूप में अभ्यास करता है।

• इसकी स्थापना भारतीय तांत्रिक परंपराओं को संरक्षित और प्रचारित करने के उद्देश्य से हुई थी।

• यहाँ के साधु कुंडलिनी जागरण, यंत्र, मंत्र और ध्यान के माध्यम से आत्मज्ञान प्राप्त करते हैं।

1. आह्वान अखाड़े की स्थापना और ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य

1.1 अखाड़े की उत्पत्ति और उद्देश्य

• आह्वान अखाड़े की स्थापना सनातन धर्म के शक्ति और तंत्र साधकों को संगठित करने के लिए की गई थी।

• यह अखाड़ा योग और तंत्र साधना के माध्यम से आत्मबल, मानसिक शक्ति और चेतना जागरण को बढ़ावा देता है।

• यहाँ के साधु गूढ़ साधनाओं के द्वारा मानव चेतना और ब्रह्मांडीय ऊर्जा को संतुलित करने का प्रयास करते हैं।

1.2 अन्य अखाड़ों से अलग पहचान

• अन्य अखाड़ों की तुलना में, आह्वान अखाड़ा तांत्रिक गूढ़ विधाओं, शक्ति जागरण और गुप्त साधनाओं का केंद्र है।

• यहाँ विशेष रूप से काली, दुर्गा, भैरव और तारा उपासना की जाती है।

• यह अखाड़ा न केवल आत्मज्ञान की ओर ले जाता है, बल्कि साधकों को आध्यात्मिक और मानसिक शक्ति प्रदान करता है।

2. आह्वान अखाड़े का साधना पद्धति और गूढ़ साधनाएँ

2.1 तंत्र साधना और शक्ति उपासना

• यह अखाड़ा दुर्गा, काली और भैरव साधना को प्राथमिकता देता है।

• यहाँ योग, ध्यान और तंत्र का समन्वय किया जाता है, जिससे साधकों की चेतना उच्च स्तर तक पहुँचती है।

• आह्वान अखाड़े के साधु मंत्र शक्ति और ऊर्जा जागरण के लिए विशेष अनुष्ठानों का पालन करते हैं।

2.2 गूढ़ साधना पद्धति और अनुष्ठान

1. मंत्र साधना और कुंडलिनी जागरण:

• अखाड़े में साधक तांत्रिक मंत्रों और ऊर्जा साधना के विशेषज्ञ होते हैं।

• कुंडलिनी शक्ति जागरण के माध्यम से साधक आत्मिक और मानसिक संतुलन प्राप्त करते हैं।

2. यंत्र साधना और तंत्र क्रियाएँ:

• यहाँ विशेष यंत्रों का उपयोग किया जाता है, जो ऊर्जा केंद्रों को जागृत करते हैं।

3. गूढ़ ध्यान और समाधि:

• साधु नादयोग, त्राटक ध्यान और मौन समाधि जैसी उन्नत ध्यान साधनाओं का अभ्यास करते हैं।

3. कुम्भ मेले में आह्वान अखाड़े की भूमिका

 3.1 अमृत स्नान और तांत्रिक शक्ति का प्रदर्शन

 • आह्वान अखाड़ा अमृत स्नान के दौरान अपनी तांत्रिक परंपराओं, साधना और ऊर्जा शक्ति का प्रदर्शन करता है।

 • इसकी शोभायात्रा में शक्ति साधक, नागा संन्यासी और तांत्रिक संत सम्मिलित होते हैं।

 • यह अखाड़ा कुम्भ मेले में सनातन धर्म के गूढ़ और तांत्रिक पक्ष को उजागर करता है।

 3.2 अनुष्ठान, यज्ञ और हवन

 • कुम्भ मेले में आह्वान अखाड़ा विशाल तांत्रिक यज्ञों और शक्ति अनुष्ठानों का आयोजन करता है।

 • इसके द्वारा किए गए अनुष्ठान मानव चेतना और ब्रह्मांडीय ऊर्जा को संतुलित करने में सहायक होते हैं।

 4. आह्वान अखाड़े के महान संत और उनका योगदान

 4.1 ऐतिहासिक संत और उनके योगदान

 1. महायोगी अवधूतानंद गिरी:

 • तंत्र और शक्ति साधना के महान आचार्य।

 2. स्वामी अग्निनाथ गिरी:

 • तांत्रिक ऊर्जा और कुंडलिनी जागरण के विशेषज्ञ।

 4.2 आधुनिक संत और उनका प्रभाव

 1. महामंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानंद गिरी:

 • तंत्र विज्ञान और समाज में शक्ति साधना के प्रचारक।

2. महामंडलेश्वर स्वामी अघोरानंद गिरी:

• ध्यान, योग और तांत्रिक सिद्धांतों के विशेषज्ञ।

5. अन्य अखाड़ों से अलग आह्वान अखाड़ा क्यों?

1. तंत्र और शक्ति उपासना का केंद्र:

• अन्य अखाड़ों की तुलना में, यह अखाड़ा विशेष रूप से तंत्र साधना और शक्ति जागरण पर केंद्रित है।

2. योग, ध्यान और तांत्रिक क्रियाओं का समन्वय:

• यह अखाड़ा केवल ध्यान और योग तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें गूढ़ तांत्रिक विधियों का भी अभ्यास कराया जाता है।

3. यंत्र और मंत्र साधना:

• इस अखाड़े में शक्ति साधना, यंत्र पूजा और कुंडलिनी जागरण की विधियाँ सिखाई जाती हैं।

4. गूढ़ साधनाओं का संरक्षण:

• यह अखाड़ा भारतीय तंत्र परंपरा की अति प्राचीन विधियों को संरक्षित कर आधुनिक समाज तक पहुँचाने का कार्य करता है।

6. निष्कर्ष: आह्वान अखाड़ा का आध्यात्मिक और सामाजिक महत्व

आह्वान अखाड़ा केवल एक धार्मिक केंद्र नहीं, बल्कि सनातन धर्म की तांत्रिक और शक्ति साधनाओं का गूढ़ संगम है।

• यह अखाड़ा धर्म, योग, तंत्र और साधना का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है।

• इसके संत और साधक योग, ध्यान, यज्ञ, और आत्मशक्ति के माध्यम से सनातन धर्म की परंपराओं को आगे बढ़ाते हैं।

• यह अखाड़ा हिंदू धर्म की रक्षा, शक्ति उपासना और भारतीय संस्कृति की गहरी तांत्रिक जड़ों को पुनर्जीवित करने के लिए समर्पित है।

मुख्य वाक्य:

“आह्वान अखाड़ा सनातन धर्म की तांत्रिक और शक्ति साधना का केंद्र है, जो योग, ध्यान और आत्मशक्ति के जागरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।”

लेखक:

डॉ. सुरेश चव्हाणके

(चेयरमैन एवं मुख्य संपादक, सुदर्शन न्यूज़ चैनल)

0 Comments

संबंधि‍त ख़बरें

अभी अभी