गुजरात के सूरत में एक रेस्टोरेंट पाकिस्तानी फ़ूड फेस्टिवल मनाने की तैयारी कर रहा था, लेकिन जब विश्व हिन्दू परिषद को इस बात की जानकारी मिली तो विहिप ने उस रेस्टोरेंट का पाकिस्तान की शान और शौकत बढ़ाने वाले इस कार्यक्रम पर विरोध दर्ज किया और 'पाकिस्तानी फुड फेस्टिवल' लिखा हुआ बैनर भी उतार कर जला दिया। जिसके बाद आयोजक ने माफ़ी मांगने के बाद कार्यक्रम का नाम बदलने की भी घोषणा की।
ये है पूरा मामला
हिंदूवादी संगठनों का कहना है कि दुश्मन देश के नाम पर भारत में कोई फेस्टिवल का आयोजन उन्हें मंजूर नहीं। दावा है कि रेस्तरां संचालक ने गलती स्वीकार की और कहा कि वह पाकिस्तान शब्द से परहेज करते हुए मुगलई खाना परोसेंगे।
दरअसल, सूरत के रिंग रोड पर स्थित टेस्ट आफ इंडिया रेस्तरां की ओर से 12-22 दिसंबर तक पाकिस्तानी फूड फेस्टिवल का आयोजन किया गया। रेस्तरां की तरफ से डिनर में पाकिस्तानी व्यंजन परोसा जा रहा था। जब इसकी भनक विहिप व बजरंग दल को लगी तो उनके कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंचकर बैनर फाड़कर उन्हें जला दिया।
इस तरह के किसी कार्यक्रम को नहीं देंगे आयोजन की अनुमति: बजरंग दल
दक्षिण गुजरात बजरंग दल के अध्यक्ष देवीप्रसाद दुबे ने कहा कि सदस्य कार्यकर्ताओं ने इमारत से बैनर को उतारा और इसे आग लगा दी। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि वह इस तरह के कार्यक्रमों के सख्त खिलाफ हैं। इस तरह के किसी भी कार्यक्रम के आयोजन की कतई अनुमति नहीं दी जाएगी।
अब रेस्तरां ने किया फूड फेस्टिवल से 'पाकिस्तानी' शब्द हटाने का फैसला
वहीं, टेस्ट ऑफ इंडिया का संचालन करने वाले संदीप दावर ने कहा कि हम मुगलई कुजीन परोसना जारी रखेंगे और फूड फेस्टिवल से पाकिस्तानी शब्द हटाएंगे क्योंकि इससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। हमें पता था कि हमारा यह कदम कुछ लोगों को यह पसंद नहीं आएगा लेकिन हमें ऐसी कोई घटना होने की बिल्कुल उम्मीद नहीं थी।