उन्हें लाक डाउन का पालन करने के लिए कहना ही क्या पुलिस कीभूल हो गई ? कानून और नियमो का पालन करने का आदेश उनके लिए शायद बेमानी लगा जबकिपुलिस ने किसी भी प्रकार से कोई भी नियम कानून से हट कर कोई बात नहीं की थी. येवही अलीगढ़ है जो कुछ समय पहले AMU के उन्माद और उस से पहले जिन्ना की फोटों जबरनलगाने के लिए चर्चा में था.. उसी अलीगढ़ से एक बार फिर से चुनौती मिली है देश कीसत्ता को.
विदित हो कि कानपुर में दर्जनों सब्जी वालों के कोरोनापोजिटिव निकलने के बाद पुलिस ने जांच में पाया था कि ये सभी मस्जिदों में नमाज़पढने जाया करते थे और वहीँ पर तबलीगी जमातियो के साथ मिलने जुलने से ये भीसंक्रमित हो गये थे. अब इनसे सब्जी खरीद कर ले गये सैकड़ो लोग चिंता में हैं किकहीं वो भी तो कोरोना के संक्रमण का शिकार तो नहीं हुए.. ऐसे में बाकी जिलों मेंऐसा न हो इसी के चलते पुलिस प्रशासन ने अलीगढ़ में अपने अभियान की शुरुआत की थी जिसपर पत्थर बरसने लगे हैं.
अलीगढ़ में लॉकडाउन का पालन कराने गई पुलिस परपथराव, एक सिपाही घायल : कोतवाली केभुजपुरा की घटना दोनों ओर से जमकर हुआ पथराव पथरबाजी में एक सिपाही घायल. उत्तरप्रदेश में फिर से यही चुनौती दी गई है सरकार को. अलीगढ़ के एसपी सिटी अभिषेक कुमार का कहना है कि सुबह 6 बजे से 10 बजे तक लॉकडाउन में मार्केट खुलने का टाइम है. 10 बजे जब दुकानें बंद कराई जा रही थीं, तभी मैं पहलेनिकलूंगा को लेकर पांच-छह लोगों मं आपस में झड़प हो गई. इन्हें जब पुलिस ने रोकनेका प्रयास किया तो इन लोगों ने पत्थर फेंकने शुरू कर दिए. इसमें एक सिपाही को चोटलगी है. इसके बाद ये लोग इकट्ठा होकर दोबारा पुलिस पर पथराव करने लगे. फोर्स केआने के बाद ये लोग भाग गए. मामले में जो भी लोग हैं, उनके खिलाफ सख्तकार्रवाई की जाएगी. पुलिस क्षेत्राधिकारी को इस मामले में मुकदमा पंजीकृत कर के इनदंगाइयो की तत्काल पहचान का निर्देश दिया गया है.