दिल्ली के सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि, यह अरविंद केजरीवाल के लिए ही नहीं, बल्कि देश के लिए मुश्किल वक्त है. ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल विपक्ष के लिए किया गया. अगर हमसे राजनीतिक लड़ाई लड़नी है तो सामने आकर लड़ो, ये ईडी, सीबीआई के पीछे छुपकर क्यों चुनाव लड़ते हैं.
आतिशी ने कहा कि, अगर आपको आम आदमी पार्टी से दिक्कत है तो चुनावी मैदान में हमारा सामना करें. दिल्ली के विधानसभा में हमारा सामना करो. दिल्ली की सातों सीटों पर हमारा सामना करो. चुनाव की घोषणा के बाद विपक्ष के एक बड़े चेहरे अरविंद केजरीवाल को एक मुख्यमंत्री को जेल में डाल दिया जाता है.
मंत्री आतिशी ने कहा, सभी ने देखा कि आपने झारखंड के सीएम को जेल में डाल दिया. कांग्रेस का बैंक अकाउंट फ्रिज कर दिया गया. आम आदमी पार्टी के ऑफिस को सील कर दिया गया. अगर विपक्ष को चुनाव लड़ने ही नहीं देंगे तो ये कैसा लोकतंत्र हुआ. वहीं इससे पहले भी आतिशी ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा था.
आप नेता ने कहा कि, इंडिया एगेंस्ट करप्शन से लेकर आप के बनने तक में सुनीता केजरीवाल और अरविंद केजरीवाल के माता पिता हर संघर्ष में रहे हैं. आज भी इस संघर्ष में शामिल हैं. चार ऐसे बयान के आधार पर गिरफ्तार किया गया है जिसका कोई आधार नहीं है. जिन बयानों को देने से पहले उन लोगों ने ऐसे कई बयान दिए कि हम केजरीवाल को नहीं जानते हैं. महीनों जेल में रहने के बाद उनके बयान पलट जाते हैं.
मंत्री आतिशी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, आज केजरीवाल ने राउज एवेन्यू कोर्ट में अपना बयान रखकर ईडी के सारे केस को ध्वस्त कर दिया. आज अपना बयान रखकर यह साबित कर दिया कि ईडी का असली मतलब एक्स्टॉर्शन डायरेक्टोरेट है. ईडी की जांच के बाद शराब घोटाला हुआ है. शराब कारोबारी से पैसे एक्स्टॉर्ट किए गए.
वहीं इस दौरान आप नेता ने प्रफुल पटेल मामले में सीबीआई की क्लोजर रिपोर्टों का हवाला दिया. आतिशी ने कहा, यह साफ़ है कि ED और CBI का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं के ख़िलाफ़ किया जा रहा है. ये इनका इस्तेमाल विपक्ष को खत्म करने के लिए किया जा रहा है. विपक्ष के सभी नेताओं पर एक-एक करके केस लगाए जाते हैं.
उन्होंने कहा कि, जो बीजेपी में जाता है उससे केस हटा दिए जाते हैं. छगन भुजबल के केस में ऐसा हुआ. ईडी ने कहा कि हमारी फाइल खो गई है तो हम केस बंद कर रहे हैं. जो बीजेपी में जाएगा वह बीजेपी की वॉशिंग मशीन में धुल जाएगा.