केरल में सत्तारूढ़ माकपा के नेतृत्व वाला वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सत्ता में फिर से काबिज होने के लिए तैयार है। एलडीएफ राज्य में जारी मतगणना के मद्देनजर आ रहे रुझानों में 140 में से कम से कम 94 सीटों पर आगे चल रहा है। अगर वे जीत जाते हैं तो दक्षिणी राज्य में कम्युनिस्ट और कांग्रेस नीत यूडीएफ के बीच सत्ता की अदला-बदली के चार दशक पुराने चलन को खत्म कर देंगे। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, एलडीएफ 85 सीटों पर आगे है जबकि विपक्षी दल कांग्रेस नीत यूडीएफ 44 और भाजपा की अगुवाई वाला राजग तीन सीटों पर आगे है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, वाम मार्चा 14 जिलों में से 10 में अपने प्रतिद्वंद्वियों से कहीं आगे है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन कन्नूर के धर्मादम निर्वाचन क्षेत्र में अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी से 13,000 से अधिक मतों से आगे हैं।
केरल की पलक्कड़ सीट से बीजेपी के ई. श्रीधरन 1,000 वोटों से आगे चल रहे हैं
केरल का एग्जिट पोल- लेफ्ट की वापसी के संकेत
दक्षिण भारत के राज्य केरल को लेफ्ट का गढ़ माना जाता है. फिलहाल राज्य में पिनराई विजयन के नेतृत्व में एलडीएफ की सरकार है. एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में एक बार फिर से एलडीएफ की सरकार बन सकती है. हालांकि यूडीएफ भी कड़ी टक्कर देते नजर आ रहा है. इस बार एलडीफ को 42.8 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान है. वहीं यूडीएफ के खाते में 41.4 फीसदी वोट शेयर जा सकता है. बीजेपी को 13.7 फीसदी वोट शेयर मिल सकते हैं. अन्य के हिस्से 2.1 फीसदी वोट शेयर का अनुमान है.
तमिलनाडु, असम और पुदुचेरी का हाल
तमिलनाडु में बीजेपी गठबंधन 23 सीटों पर आगे तो वहीं कांग्रेस गठबंधन ने 31 सीटों पर बढ़त बनायी हुई है. वहीं असम की बात करें तो बीजेपी गठबंधन 22 और कांग्रेस गठबंधन 12 सीटों पर आगे चल रहा है. चार सीटों पर अन्य ने बढ़त बनायी हुई है. पुदुचेरी में आंकड़ा थम गया है, बीजेपी गठबंधन पांच तो कांग्रेस गठबंधन चार सीटों पर आगे चल रहा है.
लोकसभा की 4 और 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के लिए मतगणना आज
इसके साथ ही 13 राज्यों की 4 लोकसभा सीटों और 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के लिए मतगणना आज होगी. मतगणना सुबह 8 बजे शुरु होगी. लोकसभा सीट की बात करें तो केरल की मल्लपरम और तमिलनाडु की कन्याकुमारी सीट पर 6 अप्रैल को मतदान हुआ था जबकि कर्नाटक की बेलगाम और आंध्र प्रदेश की तिरुपति सीट पर 17 अप्रैल को मतदान हुआ था.
जबकि 13 विधानसभा सीटों पर भी 17 अप्रैल को मतदान हुआ था. इन विधानसभा सीटों में मध्य प्रदेश की दमोह, राजस्थान की सहारा, सुजानगढ़ और राजसमंद, गुजरात की मोरवा हदफ, महाराष्ट्र की पंढरपुर, उत्तराखंड की सल्ट, झारखंड की मधुपुर, कर्नाटक की बसवकल्याण और मस्की, मिजोरम की सेरछिप, नागालैंड नोकसेन, तेलंगाना की नागार्जुन सागर है.