गुवाहटी, असम में भारी बारिश के चलते लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। राज्य के अधिकतर हिस्सों में बाढ़ के हालात हैं। राज्य में आई बाढ़ से आमजन के साथ ही जानवरों को काफी नुकसान पहुंचा है। काजीरंगा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व में अब तक 96 जानवारों की मौत हो चुकी है। असम सरकार के अनुसार नेशनल पार्क में 8 गैंडों, 3 जंगली भैंसों, 7 जंगली सुअर, 2 बारहसिंगा, 74 हॉग हिरण और 2 साही जानवरों की अब तक मौत हो चुकी है।
भीषण बाढ़ की चपेट में आए असम में 40 लाख की आबादी प्रभावित हुई है। यहां अब तक 70 से ज्यादा आमजन और 96 जानवरों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया है। काजीरंगा नैशनल पार्क के 2 बारहसिंग सहित सहित 96 जानवरों की मौत हो चुकी है। राज्य में 40 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचावकार्य जारी
राज्य के धुबरी में सबसे ज्यादा 8.72 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके बाद बारपेटा में 4.78 लाख से अधिक लोग और गोलपारा में लगभग 4.28 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। जिला प्रशासन और स्थानीय लोगों ने राज्यभर में 113 नावों से 2,737 लोगों को बचाया है।
बाढ़ से जंगली जानवरों को बचाने के लिए केंद्र सरकार आई आगे
राज्य में आई भीषण बाढ़ से प्रभावित हुए जंगली जानवरों को बचाने के लिए अब केंद्र सरकार भी आगे आ गई है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क के बारे में कुछ जानकारी साझा की। इसमें उन्होंने काजीरंगा में 121 जानवरों को बचाने में सफल रहने पर खुशी जताई हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए नरेंद्र मोदी सरकार की भी सराहना की और कहा कि हम कीमती वन्यजीवों को बचाने के लिए और अधिक निर्माण कर रहे हैं।