कश्मीर में सेना परहलमा किया जा रहा है. देश के विभिन्न कोनो में भी यही हो रहा जहाँ पर पुलिस औरडाक्टरों पर हमला सोची समझी साजिश के तहत किया जा रहा है . इन सबका एकमात्रउद्देश्य फिलहाल के लिए सामने आ रहा है और वो है किसी न किसी रूप में देश कीसमस्याओं में वृद्धि करना और सरकार के आगे और भी जायदा बड़ी और कड़ी मुसीबतें खड़ीकरना. ऐसा ही देखने को मिला है छत्तीसगढ़ में जहाँ पर कोरोना जैसी महामारी मेंसहयोग के बजाय देश के दुश्मन नक्सलियों ने सडक निर्माण में लगे वाहनों को जला करये साबित कर दिया है कि वो देश के दुश्मन हैं और उनके विरुद्ध सशस्त्र बलों द्वाराउठाया जा रहा कदम पूरी तरह से उचित और सार्थक है भले ही वामपंथी वर्ग उनके समर्थनमें कितनी भी आवाज बुलंद कर ले.
मिल रही जानकारी के अनुसार ये घटनाछत्तीसगढ़ के राजनांदगांव की है. यहाँ पर लॉकडाउन-2 में नक्सलियों नेपुलिया निर्माण में लगे दो वाहनों को आग में फूंक दिया है। घटना मानपुर ब्लॉक केकोहका थाना से दस किमी दूर ग्राम कोराचा की है,जहां बुकमरका और पोगदा के बीच पुलिया निर्माण हो रहा था। इसीनिर्माण कार्य में लगे दो गाड़ियों को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया। दूसरेचरण के लॉकडाउन में नक्सलियों की गतिविधि सामने आते ही पुलिस भी हरकत में आ गई है।घटना शुक्रवार दोपहर तीन से शाम चार बजे के बीच की है। वारदात में कितने नक्सलीशामिल थे। इसकी जानकारी नहीं आयी है। पुलिस घटना की जांच में जुट गई है। पुलिसअधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि घटना के बाद आसपास क्षेत्र में सर्चिंग बढ़ादी गई है। वैसे भी कोरोना संक्रमण को लेकर जिले की सीमाएं सील है। पुलिस की टीमलगातार निगरानी कर रही है। जंगल क्षेत्रों में भी लॉकडाउन के बीच सर्चिंग पार्टीभेज रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि कोहका रोड में बुकमरका-पोगदा के बीच कोराचाके पास पुलिया निर्माण हो रहा था। इसी निर्माण में लगे दो वाहनों को नक्सलियों नेआग के हवाले कर लॉकडाउन में दहशत फैलाने की कोशिश की है। नक्सलियों की इस करतूत केबाद कोराचा समेत आसपास के गांवों में दहशत फैल गई है। पुलिस भी नक्सली वारदात केबाद हरकत में आ गई है, क्योंकि कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर पुलिस की पूरी टीममहाराष्ट्र बार्डर पर ही नजर टिकाए हुए है। इस बीच नक्सली घटना से पुलिस की चुनौतीबढ़ गई है।