प्रधानमंत्री मोदी रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पहली बार रूस पहुंचे थे. जहां मॉस्को में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी दो टूक में कहा कि वर्तमान समय युद्ध का नहीं है.
शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि जब युद्ध में मासूम बच्चों की मौत होती है तो हृदय छलनी हो जाता है और यह दर्द बहुत भयानक होता है. वहीं पीएम मोदी की रूस यात्रा पर अमेरिका की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है.
अमेरिका ने कहा कि रूस और भारत के अच्छे संबंध की वजह से इस युद्ध पर लगाम लगाया जा सकता है. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने कहा कि भारत के पास क्षमता है कि वो युद्ध रुकवाने के लिए रूस को मना सके.
उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका एक रणनीतिक भागीदार हैं. दोनों देशों के बीच हर मुद्दों पर स्पष्ट बातचीत होती है. यूक्रेन की बात आती है तो भारत सहित सभी देश स्थायी शांति हासिल करने के प्रयासों का समर्थन करते हैं.
कैरिन जीन-पियरे ने कहा कि अमेरिका का मानना है कि भारत के पास ये क्षमता है कि वो रूस से बातचीत कर युद्ध को रुकवा सकता है. हालांकि, युद्ध को रोकने का आखिरी राष्ट्रपति पुतिन का है. राष्ट्रपति पुतिन ने युद्ध शुरू किया, और वह युद्ध समाप्त कर सकते हैं.