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फेक न्यूज फैलाने के आरोप में UC Web, जैक मा को कोर्ट का नोटिस

अलीबाबा ग्रुप की कंपनी यूसी वेब के पूर्व इम्पलॉई ने 20 जुलाई को गुरुग्राम के एक कोर्ट में केस दायर किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी के एप यूसी ब्राउजर और यूसी न्यूज सामाजिक और राजनीतिक उथल-पुथल मचाने के लिए फेक न्यूज का इस्तेमाल करते हैं.

Abhishek Lohia
  • Jul 27 2020 8:12AM
चीन के अलीबाबा ग्रुप की कंपनी यूसी वेब(UC WEB) के एक पूर्व इम्पलॉई ने गलत तरीके से नौकरी से निकालने का आरोप लगाते हुए गुरुग्राम कोर्ट में मामला दर्ज कराया है. इसके बाद गुरुग्राम की एक कोर्ट ने अलीबाबा और इसके संस्थापक जैक मा को नोटिस जारी किया है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूसी वेब के पूर्व इम्पलॉई का आरोप है कि सेंसरशिप और फेक न्यूज का विरोध करने पर अलीबाबा ग्रुप की कंपनी यूसी वेब ने उसे नौकरी से निकाला है.

लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के जवानों के साथ सीमा विवाद और हिंसक झड़प के बाद भारत सरकार ने चीन के 59 एप पर बैन लगा दिया है. इसमें जैक मा के अलीबाबा ग्रुप की यूसी न्यूज और यूसी ब्राउजर एप भी शामिल हैं. इस बैन के साथ ही भारत सरकार ने सभी प्रभावित कंपनियों से विदेशी सरकारों के लिए या उनके इशारों पर कंटेंट को सेंसर करने को लेकर भी जवाब मांगा है. भारत में चीनी एप के इस बैन पर चीन ने विरोध जताया है.

अलीबाबा ग्रुप की कंपनी यूसी वेब के पूर्व इम्पलॉई ने 20 जुलाई को गुरुग्राम के एक कोर्ट में केस दायर किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी चीन विरोधी कंटेंट को सेंसर करने के लिए संवेदनशील शब्दों का यूज कर रही थी. कंपनी के एप यूसी ब्राउजर और यूसी न्यूज सामाजिक और राजनीतिक उथल-पुथल मचाने के लिए फेक न्यूज का इस्तेमाल करते हैं.

इस मामले में गुरुग्राम डिस्ट्रिक्ट कोर्ट की सिविल जज सोनिया शिवखंड ने अलीबाबा, इसके फाउंडर जैक मा और 10 से ज्यादा लोगों को समन जारी कर 29 जुलाई तक खुद या वकील के जरिए पेश होने को कहा है. इस समन में जज ने कंपनी और उसके अधिकारियों को 30 दिन के भीतर लिखित जवाब देने को भी कहा है.

यूसी वेब के इस पूर्व इम्पलॉई ने कंपनी से क्षतिपूर्ति के रूप में 2,68,000 डॉलर की रकम मांगी है. यूसी इंडिया ने एक बयान में कहा है कि भारतीय बाजार और स्थानीय इम्पलॉई के कल्याण के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता अटूट है और उसकी नीतियां स्थानीय नियमों के अनुरूप हैं. यूसी वेब ने ताजा मामले को लेकर कोई भी टिप्पणी नहीं की है.

भारत सरकार द्वारा बैन लगाने से पहले यूसी ब्राउजर के भारत में 68.9 करोड़ डाउनलोड थे, जबकि यूसी न्यूज के 7.98 करोड़ डाउनलोड थे.

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