मीजोरम में सत्ताधारी सरकार को हराने के बाद जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के नेता लालदुहोमा ने शुक्रवार को मिजोरम के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इसी दौरान राज्यपाल हरि बाबू कमभमपति ने लालदुहोमा को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
बता दें कि इस शपथ ग्रहण समारोह में ग्यारह अन्य ZPM नेता भी मंत्री पद की शपथ लेंगे।
राजभवन में मौजूद रहे कई नेता
राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया था। यहां मिजो नेशनल फ्रंट के नेता और निवर्तमान मुख्यमंत्री जोरमथंगा मौजूद रहे। साथ ही, इस कार्यक्रम में एमएनएफ के विधायक दल के नेता लालचंदमा राल्ते सहित सभी विधायक शामिल हुए। पूर्व मुख्यमंत्री ललथनहवला भी शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहे थे।
27 सीटों पर मिली थी जीत
5 दिसंबर (मंगलवार) को, ZPM विधायक दल ने लालदुहोमा को अपना अध्यक्ष और के. सपडांगा को उपाध्यक्ष चुना। मिजोरम में 40 सदस्यीय विधानसभा है और इसमें मुख्यमंत्री सहित 12 मंत्री हो सकते हैं। ZPM ने 2019 में एक राजनीतिक दल के रूप में पंजीकरण कराया। उसने 7 नवंबर को आम चुनाव में 27 सीटें जीतकर जीत हासिल की, जो 2018 के चुनाव से 8 सीटों की वृद्धि है।
कौन हैं लालदुहोमा?
लालदुहो जेडपीएम के अध्यक्ष और मिजोरम के एक पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं। 1972 से 1977 तक लालदुहोमा ने मिजोरम के मुख्यमंत्री के प्रधान सहायक के तौर पर भी कार्य किया था। एक आईपीएस अधिकारी के रूप में उनकी यात्रा 1977 में शुरू हुई। उन्होंने गोवा में एक स्क्वाड लीडर के रूप में भी कार्य किया था। जिनका काम अपराधी हिप्पियों और तस्करों पर नकेल कसना था।
बता दें कि लालदुहोमा ने कांग्रेस में शामिल होने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी थी और 1984 में मिजोरम की एकमात्र लोकसभा सीट से चुने गए। उनकी सेवा के बाद, लालडुहोमा ने ZPM की स्थापना की, जिसने समय के साथ मिजोरम में अपनी मजबूत पकड़ बनाई और राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में एक प्रमुख खिलाड़ी बन गई।