छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिस पर एक युवक ने नशे की हालत में सरेराह गाली गलौज करते हुए डंडे से पीटने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि नशे में धुत नशेड़ी युवक किस तरह से ट्रैफिक पुलिस पर डंडे बरसा रहा है लेकिन ट्रैफिक पुलिस लगातार नशेड़ी को समझने की कोशिश कर रहा है लेकिन नशे में मस्त युवक ट्रैफिक पुलिस गाली-गलौच करते हुए वहां से चला गया। जिसका वीडियो सामने आने के बाद नशेड़ी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
दअरसल पूरा मामला उस वक्त का है जब जिला मुख्यालय स्थित अम्बेडकर चौक पर मंजेश सिंह ड्यूटी पर तैनात था और उसी वक्त एक नशेड़ी को रोड पर करने से रोकने के दौरान उस नशेड़ी युवक ने गुस्से में आकर ट्रफिक पुलिस पर ही चढ़ बैठा और हाथ मे रखे डंडे से पिटने लगा। नशेड़ी युवक ने ट्रफिक पुलिस पर तबतक डंडे बरसते रहा जबतक डंडा टूट नही गया। इस पूरी घटना का वीडियो भी किसी ने बना कर वायरल कर दिया जिसके बाद उस नशेड़ी युवक अनीश खान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। लेकिन इस पूरी घटना में ट्रैफिक पुलिस मंजेश सिंह की सहनशीलता यह दर्शाता है कि पुलिस विभाग अपने कर्तव्यो से किस प्रकार बंधा हुआ होता है। नशेड़ी युवक उस पर डंडे से मरता रहा लेकिन उसके पलटकर उस पर वार न करते हुए उससे समझाने की कोशिश करते रहा लेकिन युवक नही माना और गाली-गलौच करने लगा।
बलौदाबाजार पुलिस अधीक्षक आई के एलेसेला ने इस पूरे मामले पर ट्रफिक पुलिस की तारीफ कर रिवार्ड देने की बात कही है। साथ ही जिले में हो रहे नशे के कारोबार पर तत्काल कार्यवाही के निर्देश भी दिए हैं। लेकिन इन सबके बावजूद सवाल तो यह भी है कि जिले में खुलेआम नशे का कारोबार को अबतक पुलिस प्रशासन बंद क्यो नही कर पाई है? क्या कही पुलिस के संरक्षण के चलते जिले में अवैध नशीली दवाइयों और गांजे का कारोबार फलफूल रहा है जिसका खामियाजा ट्रफिक पुलिस मंजेश को भुगतना पड़ गया? या फिर ऐसा ही मामला आम जनता के साथ हो रहा है जो लोगों के सामने भी नहीं आ रहा है?