उत्तर प्रदेश में कोरोना टेस्ट को बढ़ाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी 75 जिलों में ट्रू नेट मशीनों के वर्किंग कंडीशन में लगाने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने कहा है कि 15 जून 2020 तक सभी जिलों में ट्रू नेट मशीनें लग जानी चाहिए, ताकि कोरोना मरीजों की टेस्टिंग में आसानी हो सके। ट्रू नेट मशीन से कोरोना की जांच बेहद जल्द हो जाती है और इसके परिणाम भी सही आते हैं, इसको देखकर मुख्यमंत्री जल्द से जल्द पूरे उत्तर प्रदेश इस मशीन के माध्यम से टेस्टिंग शुरू कराना चाहते है।
ट्रू नेट मशीन से जल्दी मिलते हैं परिणाम -
ट्रू नेट मशीन के जरिये कोरोना वायरस की टेस्टिंग के परिणाम एक से डेढ़ घंटे में ही प्राप्त हो जाते हैं। ऐसे में इन मशीनों से ग्रामीण इलाकों और कोरोना से ज्यादा प्रभावित हो रहे जिलों में टेस्टिंग की क्षमता बढ़ेगी जिससे संक्रमण को आगे बढ़ने से रोका जा सकेगा। प्रदेश में ट्रू नेट मशीन की कमी को देखते हुए मुख्यमंत्री ने गोवा और बेंगलुरु से ट्रूनेट मशीन उत्तर प्रदेश मंगाई है जिनको लेने के लिए सीएम योगी का हवाई जहाज गोवा और बेंगलुरु गया था। दरअसल ट्रूनेट मशीन से टीवी के मरीजों की जांच की जाती है और इस मशीन में एक साथ कई सैंपल टेस्ट किए जा सकते हैं।
निजी अस्पतालों को भी देंगे मशीन -
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जल्द ही निजी अस्पतालों को कोरोना संक्रमण की त्वरित जांच के लिए ट्रू-नेट मशीन उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि मान्यता प्राप्त सभी नर्सिंग होम एवं चिकित्सालय मरीजों के जरूरी ऑपरेशन न टालें। हिदायत दी कि सामान्य ओपीडी न करें बल्कि केवल आकस्मिक व जरूरी सेवाएं ही प्रदान करें।