इनपुट-अखिल तिवारी
हर माँ बाप का सपना होता है कि बुढ़ापे में उनकी औलादें उनका सहारा बनेंगी,लेकिन समाज मे ऐसे भी अपवाद देखे जाते हैं कि बुढ़ापे में जब माता-पिता को बच्चों की जरूरत होती है तो वे उनका साथ छोड़ देते हैं।लेकिन अब बुजुर्ग माँ बाप को घबराने की जरूरत नही है।दरशल में योगी सरकार अब एक नया कानून लेकर आ रही है।अब माता-पिता की सम्प्पति हड़प उनको घर से निकालने वाले बच्चों की खैर नही होगी।माँ बाप की सेवा ना करने वाले बच्चों को सम्प्पति से बेदखल कर दिया जाएगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें योगी सरकार 'उत्तर प्रदेश माता-पिता तथा वरिष्ठ नागरिकों के भरण पोषण एवं कल्याण नियमावली 2007 में बेदखली की प्रक्रिया को शामिल करते हुए संसोधन कर रही है। अगर कोई बुजुर्ग ,शिकायत करता है तो माँ-बाप की तरफ से अपने बच्चे या वारिस को दी गई संम्पति रजिस्ट्री या दानपात्र को भी निरस्त कर दिया जाएगा।,उत्तर प्रदेश स्टेट लॉ कमीशन ने शासन को संसोधन का प्रारूप तैयार कर पिछले दिनों ही इसकी रिपोर्ट भेजी है।
अब यह प्रस्ताव पास हो जाता है तो निश्चित ही बुजुर्ग माता-पिता को अगर बच्चों का सहारा नही मिला तो कानून का सहारा अवश्य ही मिलेगा, राज्य के विधि आयोग ने वरिष्ठ नागरिक रखरखाव कल्याण अधिनियम में संसोधन हेतु सरकार के समक्ष प्रस्ताव पेश किया है।